– विधायक डॉ इरफान अंसारी ने सभी मजदूरों को लाने की पहल शुरू की
– मुख्य सचिव और पीएमओ ऑफिस से की बातचीत
– सभी मजदूर नारायणपुर, करमाटांड़ एवं जामताड़ा विधानसभा क्षेत्र के
नगर प्रतिनिधि@जामताड़ा
केरल में आयी बाढ़ में जामताड़ा विधानसभा क्षेत्र के जामताड़ा, करमाटांड़ एवं नारायणपुर के करीब साढ़े चार सौ मजदूर फंसे हुए हैं. सभी मजदूर केरल के इडुक्की, वायनाड, त्रिवेंद्रम और पलक्कड़ जिले में काम करने गये थे. जहां वर्तमान में बाढ़ आया हुआ है. पिछले दो दिन से सभी मजदूरों का संपर्क उनके परिजनों से नहीं हो पा रहा है. इस कारण मजदूरों के परिजनों को अनहोनी की चिंता सता रही है.
शनिवार को जामताड़ा विधायक डॉ इरफान अंसारी ने बाढ़ में फंसे मजदूरों के परिजनों से मुलाकात की और पीएमओ ऑफिस से बातचीत की. बातचीत के दौरान विधायक से पीएमओ ऑफिस के अधिकारी ने बाढ़ में फंसे सभी मजदूरों के नाम और पते मेल करने की बात कही है. इसके बाद विधायक ने मजदूरों की पूरी जानकारी पीएमओ ऑफिस को मेल पर उपलब्ध करा दी है.
दो दिन से नहीं हो पा रहा है मजदूरों से संपर्क
केरल काम करने गये नारायणपुर प्रखंड के तरकूजोड़ी गांव निवासी सकबुल अंसारी ने गुरुवार को आखिरी बार अपने पिता रफिक मियां को फोन किया था. जिसमें सकबुल अंसारी ने अपने पिता से कहा कि यहां पर चारों तरफ सिर्फ पानी ही पानी दिख रहा है, हमलोग जिस घर में थे. वह घर बाढ़ में बह गया है. इस कारण हमलोग काफी परेशान हैं. हमलोग के पास खाने के लिए कुछ भी नहीं बचा है. उसके बाद सकबुल का फोन कट गया. उसके बाद से फिर संपर्क नहीं हो पाया. इस संबंध में सकबुल के पिता रफिक मियां ने बताया कि यहां से जो भी मजदूर काम करने के लिए केरल गये थे. सभी बाढ़ में फंसे हुए हैं.
छह माह पूर्व काम करने के लिए सभी गये थे केरल
जिला में मजदूरी करने का साधन नहीं रहने के कारण जिले के विभिन्न क्षेत्र के लोग दूसरे राज्य जैसे केरल, दिल्ली, यूपी, पश्चिम बंगाल सहित अन्य जगह पलायन करते रहते हैं. छह माह पूर्व जामताड़ा, नारायणपुर तथा करमाटांड़ से करीब साढ़े चार सौ मजदूर केरल के इडुक्की, वायनाड, त्रिवेंद्रम और पलक्कड़ जिला में स्थित कारखाना में काम करने के लिए गये हुए थे. जिसमें सबसे अधिकांश मजदूर नारायणपुर थाना क्षेत्र के हैं, लेकिन केरल में आये भीषण बाढ़ में सभी मजदूर फंसे हुए हैं.
क्या कहना है विधायक का
विधायक डॉ इरफान अंसारी ने कहा कि क्षेत्र से लगातार मजदूर पलायन कर रहे हैं. बाढ़ में मजदूरों के फंसने की जानकारी मिली है. मैं स्वयं मजदूरों के परिजनों से जाकर मिला तथा मजदूरों की सूची मुख्य सचिव व पीएमओ ऑफिस को मेल पर दिया है. ताकि जल्द ही बाढ़ में फंसे मजदूरों का पता चल सके और उसे सकुशल वापस घर लाया जा सके. मुख्य सचिव ने भरोसा दिलाया है कि जल्द ही सभी मजदूरों का पता लगाकर सुरक्षित स्थान पर लाया जायेगा. विधायक ने कहा कि मैं व्यक्तिगत तौर पर मजदूरों को लाने के लिए केरल जाऊंगा.
बाढ़ में फंसे मजदूरों के नाम
नसीम अंसारी गांव तरकूजोरी, मंसूर अंसारी गांव तरकूजोरी, इकराम अंसारी गांव विराजपुर, खुर्शीद अंसारी गांव फिटकोरिया, आशिक अंसारी गांव मदकपुर, फुरकान अंसारी गांव फिटकोरिया, सलामत अंसारी गांव छायाटांड़, शकूर अंसारी गांव छायाटांड़, जमालुद्दीन गांव छायाटांड़, मुख्तार अंसारी गांव फूकबंदी, इलताब अंसारी गांव फूंकबंदी, रेजाउल मियां गांव मदकपुर, सलाउद्दीन शेख गांव तरकुजोरी, फिरदौस आलम गांव तरकुजोरी, कलीम शेख गांव तरकूजोरी, इम्तियाज अंसारी गांव छायाटांड़, तोहीद अंसारी गांव छायाटांड़, बसीर अंसारी गांव छायाटांड़, मुस्तफा अंसारी गांव छायाटांड़, भूना मियां गांव फूकबंदी, सिराज मियां गांव छायाटांड़, बबलू मियां गांव फूकबंदी, इकराम अंसारी गांव विराजपुर, जुबेदा खातून गांव तरकूजोरी साथ में तीन छोटे-छोटे बच्चे नसीम अंसारी, आशिक अंसारी, खुर्शीद अंसारी, आशिक अंसारी, तथा युवा मजदूर में हाशिम अंसारी, शाहबाज अंसारी आदि शामिल हैं.