रघुवर ही होंगे झारखंड के CM उम्मीदवार, शाह ने जामताड़ा में लगायी मुहर, ‘जोहार जन आशीर्वाद यात्रा’ का किया शुभारंभ
रांची : भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने झारखंड में रघुवर दास के नेतृत्व पर मुहर लगा दी. उन्होंने बुधवार को झारखंड के जामताड़ा से ‘जोहार जन आशीर्वाद यात्रा’ का शुभारंभ करते हुए लोगों से अपील की कि वे फिर से रघुवर की सरकार बनायें. राज्य में विकास की गंगा बहेगी. केंद्रीय गृह मंत्री […]
रांची : भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने झारखंड में रघुवर दास के नेतृत्व पर मुहर लगा दी. उन्होंने बुधवार को झारखंड के जामताड़ा से ‘जोहार जन आशीर्वाद यात्रा’ का शुभारंभ करते हुए लोगों से अपील की कि वे फिर से रघुवर की सरकार बनायें. राज्य में विकास की गंगा बहेगी. केंद्रीय गृह मंत्री ने बताया कि झारखंड विधानसभा चुनावों में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने के उद्देश्य से इस यात्रा की शुरुआत की गयी है. भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह यात्रा तीन चरणों में झारखंड के सभी विधानसभा क्षेत्रों में घूमेगी और राज्य में फिर एक बार भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनाकर राजधानी रांची लौटेगी.
उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री रघुवर दास जन आशीर्वाद लेकर निकले हैं. श्री शाह ने झारखंड के लोगों से कहा कि आपने केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार बनायी है. झारखंड में एक बार फिर रघुवर दास की सरकार बना दीजिये. ये दोनों सरकारें मिलकर झारखंड को नंबर 1 प्रदेश बना देंगी.
श्री शाह ने कहा कि वर्ष 2004-14 के बीच कांग्रेस को केंद्र में 10 साल सरकार तक चलाने का मौका मिला. 13वें वित्त आयोग में कांग्रेस ने मात्र 55,200 करोड़ रुपये झारखंड को दिये थे. वहीं, नरेंद्र मोदी की सरकार ने 14वें वित्त आयोग में 1,45,345 करोड़ रुपये झारखंड को दिये. यह यूपीए सरकार के कार्यकाल में मिले धन का करीब तीन गुणा है.
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अमित शाह ने कहा कि मोदी जी ने अनुच्छेद 370 हटाकर कश्मीर को भारत का अभिन्न अंग बनाया, तो विपक्षियों को परेशानी होने लगी. कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने संसद में इसके विरोध में वोट किया. श्री शाह ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी से यह स्पष्ट करने के लिए कहा कि वे अनुच्छेद 370 हटाने के पक्ष में हैं या उसके विरोध में.
इसके बाद भी कांग्रेस पर गृह मंत्री ने जोरदार हमला किया. उन्होंने कहा, ‘जब हमने सर्जिकल स्ट्राइक की, तो राहुल गांधी विरोध करने लगे. एयर स्ट्राइक की, तो वे प्रमाण मांगने लगे.’ उन्होंने कहा कि जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में भारत विरोधी नारे लगते हैं, तो वो उनके साथ जाकर खड़े हो जाते हैं.’ श्री शाह ने कहा कि राहुल को यह तय करना चाहिए कि वह किस दिशा में जाना चाहते हैं और इससे देश की जनता को भी अवगत कराना चाहिए.
श्री शाह ने कहा कि अब झारखंड की जनता को तय करना है कि मोदी जी, जिन्होंने अनुच्छेद 370 और 35A हटाया है, उनके साथ रहना है या जिन्हें अनुच्छेद 370 चाहिए, उनके साथ रहना है.