नाला में कोयला का अवैध खनन फिर शुरू
जामताड़ा : खबर है कि नाला में कोयला का अवैध खनन फिर से शुरू हो गया है. कुछ दिनों पहले जिला व पुलिस प्रशासन द्वारा नाला के कुछ स्थानों पर इसीएल के बंद खदानों से हो रहे अवैध खनन को बंद करने के लिए खदानों को भरा गया था. एक दिन बुलडोजर भी चलवाया गया. […]
जामताड़ा : खबर है कि नाला में कोयला का अवैध खनन फिर से शुरू हो गया है. कुछ दिनों पहले जिला व पुलिस प्रशासन द्वारा नाला के कुछ स्थानों पर इसीएल के बंद खदानों से हो रहे अवैध खनन को बंद करने के लिए खदानों को भरा गया था. एक दिन बुलडोजर भी चलवाया गया. लेकिन इसके बाद ही प्रशासन फिर से शांत हो गयी. एक दिन में एक-दो खदान ही भरे जा सके.
जबकि यहां पर करीब एक हजार ऐसे खदान हैं जिससे माफिया कोयला निकालने का काम करते थे. प्रशासन की इस कार्रवाई के बाद माफिया ट्रकों से कोयला ले जाना तो बंद कर दिया. अब वे बैलगाड़ी व भैंसागाड़ी का सहारा ले रहे हैं. हाल के दिनों में विभिन्न जगहों से समय समय पर कोयला जब्त होना भी इस बात की गवाही देती है. लेकिन पुलिस हमेशा अपना पल्ला झाड़ लेती है.
* टोकन से होती है पहचान
सूत्रों की मानें तो स्थानीय पुलिस इन बैलगाड़ी को इलाका पार कराने के लिए पुलिस एक निर्धारित राशि वसूल कर उसे पहचान का एक टोकन देती है. ताकि वसूले गये बैलगाड़ी को आसानी से पहचाना जा सके. पुलिस द्वारा यह परंपरा पहली बार शुरू की गयी है.
– कोयला चोरी के मामले में पुलिस प्रशासन बेहद गंभीर है. बंद खदानों से कोयले के अवैध खनन की जानकारी उन्हें नहीं है. इसके बारे में जानकारी जुटायी जायेगी. यदि ऐसी बात है तो संबंधित लोगों व पदाधिकारियों पर बिल्कुल कार्रवाई की जायेगी. सरकार के निर्देश के अनुसार जिले में कहीं भी अवैध कारोबार चलने नहीं दिया जायेगा.
कुसुम पुनिया
आरक्षी अधीक्षक