नाला. प्रखंड के विभिन्न गांवों में दर्जनों महिला पुरुष और बच्चे डायरिया से पीड़ित हैं. मोरबासा पंचायत के मागुरा तथा सगेडीह आदिवासी टोला में दर्जनों महिला पुरुष सोमवार से ही डायरिया की चपेट में आ गये. डायरिया से पीड़ित करीब चार दर्जन महिला पुरुष मरीजों का इलाज नाला सीएचसी में चिकित्सक की देखरेख में हुआ. डायरिया से पीड़ित गांव के बाबूधन मरांडी, दिनबंधु हांसदा से पूछे जाने पर बताया कि पिछले सोमवार को एक दो लोग डायरिया से पीड़ित हो गये. धीरे-धीरे गांव के बच्चे भी डायरिया से प्रभावित हो गये. मंगलवार को नाला सीएचसी में इलाज के लिए करीब तीस से चालीस मरीजों को भर्ती कराया गया. बुधवार को सीएचसी में रंगलाल मरांडी (70), रासमुनी मुर्मू (67), शिवधन मरांडी (12), रिंकु राणा (8) समेत कुल 37 का इलाज जारी है. आदिवासी टोला के पूरा गांव डायरिया की चपेट में आने से गांव में भय का माहौल है. बाबूपुर डुमरिया गांव में संजय मंडल 12 वर्ष, चंदना मंडल 23 वर्ष, लतिका मंडल समेत सात आठ मरीज डायरिया से प्रभावित हैं. इन सबका इलाज सीएचसी में जारी है. मागुरा व सगेडीह आदिवासी टोला के मरीजों की स्थिति का जायजा लेने आयुष चिकित्सा पदाधिकारी डॉ राम कृष्ण बाबू, डॉ विद्युत पंडित, एएनएम के साथ बुधवार को करीब बारह बजे गांव पहुंचे और मुआयना किया. इस अवसर पर भूली स्वास्थ्य केंद्र की एएनएम बैशाखी पाल सगेडीह आदिवासी टोला में उपस्थित थीं. डॉ राम कृष्ण बाबू ने बताया कि मरीजों का इलाज जारी है. नियमित रूप से निगरानी की जा रही है. डायरिया के मरीजों के लिए सभी दवा उपलब्ध है. लोगों को स्वच्छ पानी का व्यवहार करने, साफ-सफाई पर ध्यान देने तथा बासी खाना नहीं खाने की सलाह दी गयी है. मेडिकल टीम की ओर से पल-पल निगरानी रखी जा रही है.
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