ओके… जामताड़ा में किसानों को नहीं मिलती सब्जी बेचने के लिए जगह

फोटो : 12 जाम 03 फसल के बीच खडे किसान प्रतिनिधि, जामताड़ाकिसान कड़ी मेहनत कर फसल व सब्जी उपजाते हैं. लेकिन उनकी मेहनत का सही मेहनताना नहीं मिलता है. जामताड़ा जाते हैं. लेकिन वहां किसानों के लिए सब्जी बेचने की पर्याप्त जगह नहीं होती. जिस कारण स्थानीय दुकानदारों को कम कीमत पर सब्जी दे आते […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 12, 2015 10:04 PM

फोटो : 12 जाम 03 फसल के बीच खडे किसान प्रतिनिधि, जामताड़ाकिसान कड़ी मेहनत कर फसल व सब्जी उपजाते हैं. लेकिन उनकी मेहनत का सही मेहनताना नहीं मिलता है. जामताड़ा जाते हैं. लेकिन वहां किसानों के लिए सब्जी बेचने की पर्याप्त जगह नहीं होती. जिस कारण स्थानीय दुकानदारों को कम कीमत पर सब्जी दे आते हैं. जिससे उनकी पूंजी भी बमुश्किल मिल पाती है. इस दर्द को धरमपुर के किसान बरकत अंसारी ने बयां किया है. बरकत बंजर भूमि में बैगन, टमाटर तथा खीरा की सब्जी लगाया है. मो अंसारी कहते हैं कि बंजर भूमि मेंे फसल उपजाना कड़ी चुनौती होती है. इस पर से खाद्य और डीजल बढ़ते दाम के कारण ज्यादा पूंजी नहीं लगा पाते हैं. डीजल के दाम बढ़ जाने से फसल में पटवन आसान नहीं होता. बिजली भी नहीं रहती है. कुआं है लेकिन सूख चुका है. पैसा नहीं है कि डीजल खरीद सके. उन्होंने बताया कि जब हमलोग फसल बेचने के लिए जामताड़ा बाजार जाते हैं तो वहां बैठकर बेचने की जगह नहीं होती. जिस कारण कम कीमत पर दुकानदार को देना पड़ता है. प्रशासन को जिले में हाट लगाने की व्यवस्था करनी चाहिए ताकि किसान को उनके मेहनत का फल मिल सके.

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