चापानल खराब होने से पेयजल की किल्लत
प्रतिनिधि, नालाबढ़ते गरमी की तपिस से चारो ओर जनजीवन अस्त व्यस्त है. वहीं प्रखंड क्षेत्र के कई गांवों में चापानल खराब होने तथा मिनी वाटर टैंक का संचालन अवरुद्ध होने के कारण पेयजल समस्या और बढ़ गयी है. इधर पानी का स्तर इतना नीचे चला गया है कि प्राय: सभी ताल-तलैया भी सूख गये हैं. […]
प्रतिनिधि, नालाबढ़ते गरमी की तपिस से चारो ओर जनजीवन अस्त व्यस्त है. वहीं प्रखंड क्षेत्र के कई गांवों में चापानल खराब होने तथा मिनी वाटर टैंक का संचालन अवरुद्ध होने के कारण पेयजल समस्या और बढ़ गयी है. इधर पानी का स्तर इतना नीचे चला गया है कि प्राय: सभी ताल-तलैया भी सूख गये हैं. प्रकृति की मार से जहां लोग परेशान हैं. वहीं कई जगहों पर विभाग के सही क्रियान्वयन नहीं होने के कारण लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. ज्ञात हो कि जल समस्या से जुड़े एक आवेदन पकुडि़या पंचायत के बड़ाघोलजोड़ के ग्रामीणों ने प्रखंड विकास पदाधिकारी ज्ञान शंकर जायसवाल को दिया है. लोगों ने आवेदन में दर्शाया है कि बड़ाघोलजोड़ गांव में स्थित मिनी वाटर टैंक एक महीने से बंद है. पीएचइडी विभाग द्वारा निर्मित इस मिनी वाटर टंकी की जलापूर्ति बंद है. जिससे लोगों को पेयजल से वंचित होना पड़ रहा है. मौके पर ललन अधिकारी, श्यामल बाद्यकर, आनंद माजी, आयेन माजी, हीरामय माजी आदि सबों ने बीडीओ ज्ञान शंकर जायसवाल ने समस्या को गंभीरता से संज्ञान में लेते हुए तुरंत बंद पानी टंकी को चालू कराने के लिये आवश्यक पहल करने की बात कही है.