ओके :: सारना धर्म सम्मेलन बेवा में 23 को
सारना धर्म प्रचार रथ को किया रवानारथ के माध्यम से आदिवासी संस्कृति को बचाने का आ ानसंताल समुदाय से एक होने की अपीलप्रतिनिधि, जामताड़ास्थानीय गांधी मैदान में निर्मल मरांडी की अध्यक्षता में सारना धारोम जुवान जुमिद सावता की बैठक की गयी. इस दौरान 23 मई को बेवा में आयोजित होने वाला सारना धोरोम सम्मेलन की […]
सारना धर्म प्रचार रथ को किया रवानारथ के माध्यम से आदिवासी संस्कृति को बचाने का आ ानसंताल समुदाय से एक होने की अपीलप्रतिनिधि, जामताड़ास्थानीय गांधी मैदान में निर्मल मरांडी की अध्यक्षता में सारना धारोम जुवान जुमिद सावता की बैठक की गयी. इस दौरान 23 मई को बेवा में आयोजित होने वाला सारना धोरोम सम्मेलन की तैयारी व प्रचार- प्रसार की जिम्मेवारी सदस्यों को दी गयी. साथ ही सारना धर्म प्रचार रथ को रवाना किया गया. रथ के माध्यम से आदिवासी संस्कृति की पहचान बचाये रखने के लिये लोगों को जागरूकता किया जायेगा. बताया गया कि ग्राम प्रधान मांझी हाड़ाम के नेतृत्व में गांव के सभी लोगों को बेवा सारना सम्मेलन में शामिल होने के लिए बैठक आयोजित की जायेगी. निर्मल मरांडी ने बताया कि संताली भाषा, संस्कृति व धर्म को बचाने से ही संताल समुदाय की एकता बनेगी. संताल समुदाय झारखंड होकर बिखर जायेगा. बेवा सारना सम्मेलन कार्यक्रम में संताल परगना के सभी क्षेत्रों से संताल धर्म गुरु, कराम गुरु, बुद्धिजीवी, सामाजिक, धार्मिक चिंतक हिस्सा लेंगे. इस अवसर पर बलदेव हांसदा, शिवेंद्र हांसदा, बीजल हेंब्रम, राजेंद्र हेंब्रम, जमादर सोरेन, साहेबलाल हेंब्रम, कृष्णा मुर्मू, सहदेव मुर्मू, सुबोधन मुर्मू, अनिल टुडू, बाबूजन मरांडी, वकिल हेंब्रम, राजीव टुडू, शाहिल हांसदा, प्रदीप मरांडी आदि थे…………फोटो : 20 जाम 18 बैठक करते सारना धोरोम के सदस्य