वर्तमान सरकार गरीब विरोधी

अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ का एक दिवसीय कार्यकर्ता सम्मेलन वर्तमान स्थिति एवं महासंघ की भूमिका पर वाद-विवाद का आयोजन जामताड़ा : भारतीय रेडक्रॉस भवन में झारखंड राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के बैनर तले वर्तमान राजनीतिक परिवेश में महासंघ की भूमिका पर जिलास्तरीय कार्यकर्ता कन्वेशन का आयोजन किया गया. जिसकी अध्यक्षता संघ के जिला अध्यक्ष मीना देवी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 29, 2015 8:51 AM
अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ का एक दिवसीय कार्यकर्ता सम्मेलन
वर्तमान स्थिति एवं महासंघ की भूमिका पर वाद-विवाद का आयोजन
जामताड़ा : भारतीय रेडक्रॉस भवन में झारखंड राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के बैनर तले वर्तमान राजनीतिक परिवेश में महासंघ की भूमिका पर जिलास्तरीय कार्यकर्ता कन्वेशन का आयोजन किया गया.
जिसकी अध्यक्षता संघ के जिला अध्यक्ष मीना देवी ने की. कार्यक्रम बतौर मुख्य अतिथि के रूप में राज्य मुख्य संरक्षक गरमी प्रसाद, संताल परगना शशि शेखर अंबष्ठ प्रमुख रूप से मौजूद थे. इस दौरान मुख्य अतिथियों ने भारत की वर्तमान स्थिति एवं महासंघ की भूमिका पर वाद-विवाद का आयोजन किया गया. इस पर चर्चा में महासंघ के पूर्व निर्धारित कार्यक्रम पर सदस्यों के द्वारा स्वीकृति ली गयी.
महासंघ द्वारा 15 एवं 23 सितंबर को विधानसभा के मॉनसून सत्र में हड़ताल को सफल बनाने के लिये सभी कमियों ने अपनी-अपनी सहमति जताई. कार्यक्रम में जिला सचिव अजरुन सिंह ने दो पन्ने का एक लेख सदस्यों को पढ़ कर सुनाया. जिसमें लिखा था कि वर्तमान मोदी सरकार हाई कॉरपोरेट घरानों की सरकार है.
गरीब परिवारों को इस सरकार से कोई लेना- देना नहीं है. आज यदि जन प्रतिनिधियों का सुविधा की बात की जाय तो एक से दो माह में सारी प्रक्रियाएं पूरी कर ली जाती है. एमएलए का वेतन दो गुणा हो जाता है . लेकिन एक कर्मी को अपने हक के लिये वर्षो आंदोलन करना पड़ता है.

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