profilePicture

?????? ?? ???? ?? ???????? ?? ?????????

सीआइडी की रडार पर जामताड़ा का करमाटांड़हेडिंग :::: सीआइडी की तकनीकी सेल का आॅपरेशन साइबर क्राइम चालू- करमाटांड में हर गतिविधि पर रखी जा रही नजर- अब तक 16 साइबर अपराधी पकड़े जा चुके हैं- परदे के पीछे काम करने वालों की हो रही तलाश- अपराधियों के नेटवर्क खंगाल रही सीआइडी की टीम———————————–संवाददाता, देवघर/जामताड़ाजामताड़ा के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 20, 2015 9:57 PM

सीआइडी की रडार पर जामताड़ा का करमाटांड़हेडिंग :::: सीआइडी की तकनीकी सेल का आॅपरेशन साइबर क्राइम चालू- करमाटांड में हर गतिविधि पर रखी जा रही नजर- अब तक 16 साइबर अपराधी पकड़े जा चुके हैं- परदे के पीछे काम करने वालों की हो रही तलाश- अपराधियों के नेटवर्क खंगाल रही सीआइडी की टीम———————————–संवाददाता, देवघर/जामताड़ाजामताड़ा के करमाटांड में सीआइडी ने तकनीकी सेल काे भेज ऑपरेशन साइबर क्राइम शुरू कर दिया है. इस जिले के करमाटांड़ इलाके में पल-पल की खबर सीआइडी रख रही है. हाल के दिनों में कई बातें छन कर सामने आने वाली है. इस क्राइम में परदे के पीछे काम करने वालों के नाम भी उजागर हो सकते हैं. क्योंकि सीआइडी की तकनीकी सेल जिले में काम कर रही है. इन्हें यहां साइबर अपराध पर पैनी नजर बनाने के लिए तैनात किया गया है. सीआइडी की आइजी संपत मीणा ने इस व्यवस्था को लागू कर दिया है. इस टीम में तेज-तर्रार अफसरों को शामिल किया गया है. जो इस मामले में बेहद एक्सपर्ट हैं. सीआइडी साइबर क्राइम के बदल रहे ट्रेंड पर भी सतर्क हो गयी है. अब इन अपराधियों के गिरेबान तक पहुंचने के उपायों पर भी अध्ययन किया जा रहा है.अबतक हुई छापेमारीपुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अब तक दर्जनों जगहों पर छापेमारी की जा चुकी है. इनमें से ज्यादातर छापेमारी अन्य राज्यों की पुलिस द्वारा की गयी है. अब तक यहां दर्जन भर राज्यों की पुलिस छापेमारी के लिए पहुंच चुकी है. इनमें से लाखों के सामान भी जब्त हुए हैं और कुल 16 अपराधियों को पकड़ा भी गया है. लेकिन इनका नेटवर्क इतना लंबा है कि कतार खत्म होने का नाम नहीं ले रही.नासूर बना साइबर क्राइमजामताड़ा जिले के लिए साइबर क्राइम पुलिस के लिए नासूर बन गया है. चाह कर भी पुलिस कुछ नहीं कर पा रही. ये अपराधी इतने शातिर होते हैं कि इंटरनेट से अपनी ढपली बजा लेते हैं और पुलिस हाथ मलते रह जाती है. कई अधिकारियों को भी ये अपराधी अपना शिकार बना चुके हैं.

Next Article

Exit mobile version