… और बची गयी वृद्धा की जान !

जामताड़ा : आज भी रोज अंधविश्वास के कारण एक दूसरे की जान लेने व प्रताड़ित करने का काम किया जा रहा है. वहीं लगातार सरकार द्वारा प्रयास किया जाता रहा है कि इस अंधविश्वास से लोगों को जागरूक किया जाये. जिसके लिए आये दिन प्रचार-प्रसार और नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगों को जागरूक किया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 9, 2015 7:39 AM
जामताड़ा : आज भी रोज अंधविश्वास के कारण एक दूसरे की जान लेने व प्रताड़ित करने का काम किया जा रहा है. वहीं लगातार सरकार द्वारा प्रयास किया जाता रहा है कि इस अंधविश्वास से लोगों को जागरूक किया जाये. जिसके लिए आये दिन प्रचार-प्रसार और नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जाता रहा है. लेकिन आज भी महिला को डायन बता का प्रताड़ित करने की परंपरा से मुक्त नहीं हो पाये.
कुछ एेसा ही जामताड़ा थाना क्षेत्र के संथाल पिपला गांव में देखने को मिला. गांव के लगोनी सोरेन के ऊपर गांव के कुछ लोगों ने डायन का आरोप लगाकर पंचायती बैठाई. वहीं उक्त महिला को सजा देने की भी बात चल रही थी. मामले की सूचना अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी राजबली शर्मा को लग गयी. खबर पाते ही वे मतगणना हॉल से निकल कर सीधा संथाल पिपला गांव पहुंचे.
अपनी समझदारी और सुझ-बूझ से उन्होंने उक्त महिला को गांव वाले से बचा कर अपने साथ लाने का काम किया. मौके पर पुलिस निरीक्षक बाल्मिकि सिंह, थाना प्रभारी अजय सिंह सहित पुलिस बल मौजूद थे.
कहते हैं थाना प्रभारी
सूचना पर घटनास्थल पहुंचे और वृद्धा को मुक्त कराया. मामले में पांच के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है. वहीं लगोनी सोरेन को सुरक्षा में रखा गया है.

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