ठगी के डिजिटल तारों के उलझन में फंसी है पुलिस

मिहिजाम : दुबई में नौकरी दिलाने के एवज में बेरोजगार युवकों से 40 लाख रुपये से ज्यादा की ठगी कर खुद चंपत होने वाला मुख्य सरगना नूर अहमद छह दिन बाद भी पुलिस की पकड़ से दूर है. हालांकि पुलिस मुख्य सरगना नूर अहमद को दबोचने के लिए संबंधित लोगों को रिमांड पर लेने की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 25, 2016 5:24 AM

मिहिजाम : दुबई में नौकरी दिलाने के एवज में बेरोजगार युवकों से 40 लाख रुपये से ज्यादा की ठगी कर खुद चंपत होने वाला मुख्य सरगना नूर अहमद छह दिन बाद भी पुलिस की पकड़ से दूर है. हालांकि पुलिस मुख्य सरगना नूर अहमद को दबोचने के लिए संबंधित लोगों को रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है. जिससे नूर की गतिविधियों व अन्य साजिश का पता लगाया जा सके. वहीं ठगी के शिकार कई और बेरोजगारों ने हाल ही में पुलिस से उक्त आरोपियों के बारे में शिकायत की है. ज्ञात हो कि मुख्य सरगना नूर आगरा से पूर्व में कई बार रेकी कर चुका है.

पुलिस के मुताबिक नूर मूल रूप से बिहार के बेतिया जिले का रहने वाला है और तारिक फुलवारीशरीफ जिला पटना का रहने वाला है. जामताड़ा में कार्यरत तारिक ऊर्दू टंकक है. नूर इसी के संपर्क से यहां पहुुंचा और बेरोजगार युवकों को ठगने का जाल बुना था. जुलाई में नूर ने मस्जिद रोड और किशोरी गली के बीच ओम साव की भाड़े की दुकान में अपनी टूर एंड ट्रैवल्स एजेंसी भी खोल ली थी. जिसमें तारिक के माध्यम से शहर के कई नामचीन लोग शामिल हुए. एनएच टूर एंड ट्रैवल्स नाम से दुकान चलाने वाले नूर ने तीन महीने का ही वीजा बनवाया था. यूएई में 15 सौ रुपये की सैलरी पर फूड हेल्पर आदि पदों के लिए इन्हें नियुक्ति लेटर भी दिया गया था. जेट एयरवेज का टिकट जारी किया गया. जिसका एयरपोर्ट ऑथोरिटी के पास कोई अता-पता नहीं मिला. प्रवासी भारतीय बीना योजना के तहत इफको टोक्यो जेनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड से बीमा कराया गया था. अल अजवा ग्रुप अबूधाबी का ऑफर लेटर भी दिया गया था. युवकों ने कैनरा बैंक की मिहिजाम शाखा में जमा करवाया तो कई किश्त के रुपये नूर के चाचा और नूर को भी हाथों-हाथ दिये थे.

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