फतेहपुर : डाक बंगला परिसर में बुधवार को ग्रामीण चिकित्सकों की बैठक हुई. इस अवसर पर पूर्व मंत्री सत्यानंद झा मुख्य रूप से उपस्थित थे. श्री झा के समक्ष अपनी समस्याओं को रखते हुए कहा कि आपातकालीन व्यवस्था में ग्रामीण चिकित्सक ही काम आते हैं. सरकार की स्वास्थ्य व्यवस्था का यह हाल है कि ग्रामीण इलाकों में आज भी चिकित्सक नहीं हैं. ग्रामीण चिकित्सक ही रोगियों के लिए राहत है.
इसके बाद भी सरकार द्वारा दंडात्मक कार्रवाई की बात कही जाती है. समस्या सुनने के बाद पूर्व कृषिमंत्री ने कहा कि इस संबंध में स्वास्थ्य मंत्री से बात हुई है. जो ग्रामीण चिकित्सक प्रशिक्षण लेकर रोगी की सेवा कर रहे हैं. उस पर विचार किया जायेगा. इस दौरान 13 मार्च को 11 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल अपनी समस्या को लेकर स्वास्थ्य मंत्री से मिलने रांची जाने का निर्णय लिया. कहा कि कई राज्यों में ग्रामीण चिकित्सकों को विशेष प्रशिक्षण देकर सरकार उनसे सेवा ले रही है.
इसके तहत मुख्यमंत्री से बात करने का आश्वासन श्री झा ने दिया. बैठक में ग्रामीण चिकित्सक माणिक मंडल, दिलीप मंडल, मदन भंडारी, अमर मंडल, तरुण मित्रा, सुरेश मंडल, बासुदेव मंडल, संजय मंडल आदि उपस्थित थे.