रोष. चार सूत्री मांगों को लेकर जल साहियाओं ने दिया धरना, कहा
सरकार नहीं मानी तो होगा आंदोलन सहियाओं ने सरकार पर अनदेखी और उदासीनता का अरोप लगाते हुए चरणबद्ध आंदोलन की चेतावनी दी है. कहा है कि उनकी मांगों को नहीं माना गया तो आंदोलन तेज कर दिया जायेगा. जामताड़ा : चार सूत्री मांग के साथ झारखंड राज्य जल साहिया संघर्ष मोरचा के सदस्यों ने समाहरणालय […]
सरकार नहीं मानी तो होगा आंदोलन
सहियाओं ने सरकार पर अनदेखी और उदासीनता का अरोप लगाते हुए चरणबद्ध आंदोलन की चेतावनी दी है. कहा है कि उनकी मांगों को नहीं माना गया तो आंदोलन तेज कर दिया जायेगा.
जामताड़ा : चार सूत्री मांग के साथ झारखंड राज्य जल साहिया संघर्ष मोरचा के सदस्यों ने समाहरणालय के समक्ष एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया. धरना प्रदर्शन का नेतृत्व संघ के बबीता देवी ने किया. मौके पर उन्होंने धरना को संबोधित करते हुए कहा कि आज झारखंड में ना तो नियम है और ना ही कानून व्यवस्था है. अपनी मांगों के लिये लोगों को सड़क पर उतरना पड़ता है. चाहे वो हम हो या और कोई.
आखिर एेसा क्यों होता है कि हमें अपनी मांग के लिये सड़क पर उतरना पड़ता है. इसमें सबसे बड़ी कमजोरी सरकार की है. सरकार ये नहीं देखती है कि कौन क्या काम करता है. उस काम की सही मजदूरी क्या होगी. रही बात नियम की तो जब प्राइवेट कंपनी में कोई काम करता है तो उसे अपने लेबर का इंसुरेंश सहित अन्य बीमा करवाना पड़ता है. लेकिन हम लोग सरकार का काम करते हैं लेकिन हम लोगों का कोई बीमा नहीं है. आखिर क्यों एक ही राज्य में दो कानून क्यों?
उन्होंने कहा कि हमारी मांग जब तक पूरी नहीं होती है तब तक हम लोग इसी तरह चरणबद्ध आंदोलन करते रहेंगे. मौके पर मीरा कुमारी, कल्पना यादव, झरना मंडल, रिता देवी, रिना देवी, शोभा देवी, श्यामा देवी, रत्ना देवी, बुलटी चौधरी, कृष्णा मांडारी सहित अन्य मौजूद थीं.