अमृत मंडल एक पांच वर्ष का बेटा है

धनबाद : क्रिश्चन मेडिकल कॉलेज वेल्लोर में रीढ़ की हड्डी का आॅपरेशन कराने गया जामताड़ा निवासी अमृत मंडल (33) कोमा में चला गया है. इसके बाद वेल्लोर के डॉक्टरों ने हाथ उठा लिया, वहां से परिजन चेन्नई के अपोलो अस्पताल ले गये, वहां भी अस्पताल ने भरती नहीं लिया. थक-हार कर परिजन अमृत को लेकर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 3, 2016 6:48 AM

धनबाद : क्रिश्चन मेडिकल कॉलेज वेल्लोर में रीढ़ की हड्डी का आॅपरेशन कराने गया जामताड़ा निवासी अमृत मंडल (33) कोमा में चला गया है. इसके बाद वेल्लोर के डॉक्टरों ने हाथ उठा लिया, वहां से परिजन चेन्नई के अपोलो अस्पताल ले गये, वहां भी अस्पताल ने भरती नहीं लिया. थक-हार कर परिजन अमृत को लेकर पीएमसीएच आ गये,

बुधवार की दोपहर को उसे यहां भरती कराया गया. चेन्नई अपोलो के एंबुलेंस के साथ चार टेक्निशियन मरीज को लेकर पीएमसीएच आये. फिलहाल उसे यहां वेंटिलेटर पर रखा गया है. अब परिजन भी सकते में हैं कि इतने बड़े अस्पताल में इलाज के लिए गये थे, लेकिन वहां भी गड़बड़ी हो गयी. पीएमसीएच में ससुराल व घर के सदस्य काफी संख्या में जुटे थे. गोविंदपुर स्थित बागसुमा में अपने ससुराल में दो वर्ष पहले अमृत सीढ़ियों से गिर गया था

. इसके बाद उसके कमर में कभी-कभी दर्द रहता था. अमृत जामताड़ा के नारायणपुर के रहने वाला है. वह दुकान चलाता है. उसका एक पांच वर्ष का बेटा है.

27 को हुआ था ऑपरेशन
परिजनों ने बताया कि दर्द कभी-कभार बढ़ जाता था, लेकिन हमेशा नहीं रहता था. वेल्लोर में डॉक्टरों से दिखाने के लिए गये थे, वहां उन्होंने ऑपरेशन की बात कही. 27 अक्तूबर 2016 को अमृत का ऑपरेशन किया गया.
इसके बाद उसे कुछ देर के लिए होश आया, इसके बाद डॉक्टरों ने एक सूई दी. इससे अमृत को चक्कर आने लगा और वह बेहोश हो गया डॉक्टरों ने घर ले जाने की बात कही. बताया कि पैसे को लेकर अस्पताल कर्मियों के साथ बकझक भी हुयी. हंगामा भी किया, इसके बाद कुछ फीस माफ कर दी गयी.

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