हजारों महिलाएं व कन्याएं निकलीं कलश लेकर
माता का जयकारा . तीन दिवसीय मां चंचला का चतुर्थ वार्षिक महोत्सव शुरू विशाल कलश यात्रा के साथ सोमवार को तीन दिवसीय चतुर्थ मां चंचला महोत्सव शुरू हो गया. तीन दिनों तक पूरा जामताड़ा मां की भक्ति में लीन रहेगा. रोज भजन संध्या व चंडी पाठ से माहौल गुंजायमान रहेगा. जामताड़ा : मवार को हजारों […]
माता का जयकारा . तीन दिवसीय मां चंचला का चतुर्थ वार्षिक महोत्सव शुरू
विशाल कलश यात्रा के साथ सोमवार को तीन दिवसीय चतुर्थ मां चंचला महोत्सव शुरू हो गया. तीन दिनों तक पूरा जामताड़ा मां की भक्ति में लीन रहेगा. रोज भजन संध्या व चंडी पाठ से माहौल गुंजायमान रहेगा.
जामताड़ा : मवार को हजारों महिलाओं व कन्याओं ने कलश यात्रा में हिस्सा लिया. आंकड़े के अनुसार करीब 15 हजार कूपन कलश यात्रा के लिए बांटे गये थे. लेकिन कलश यात्रा के समय इतनी भीड़ जुट गयी कि इसका अंदाजा लगाना मुश्किल हो रहा था. लाल झंडे व माथे पर कलश पूरे शहर में नजर आने लगा. सुबह पौ फटने से पहले ही शहर में मां चंचला का जयकारा लगना शुरू हो गया था. बच्चे भी कलश यात्रा में शामिल होने के लिए पहुंचने लगे थे. हालांकि व्यवस्था अच्छी होने के कारण कलश लेने में कहीं किसी को परेशानी नहीं हुई. कलश इतने थे कि चंचला मंदिर परिसर का जगह कम पड़ गयी थी. जिले भर से महिलाएं व कन्याएं पहुंचीं थीं. दूर दराज से इन्हें लाने ले जाने के लिए मां चंचला महोत्सव समिति की ओर से वाहन की व्यवस्था की गयी थी.
नारायणपुर, नाला, फतेहपुर, मिहिजाम, कुंडहित, करमाटांड आदि जगहों से लोगों का आगमन सुबह तीन बजे से ही होने लगी थी. कलश यात्रा से चूकें नहीं इसके लिए लोग अपने वाहनों से भी जल्दी पहुंच रहे थे. समिति ने सभी इच्छुक महिलाओं व कन्याओं को कलश उपलब्ध कराया. कतार इतनी लंबी थी कि वो एक मां चंचला मंदिर से हनुमान मंदिर तक दो कतार एक हो गयी.
पूरा जामताड़ा मां चंचला की भक्ति में रमा
तीन दिन के कार्यक्रम
17 जनवरी को चंडीपाठ, हवन एवं कीर्तन
18 जनवरी को पूर्णाहूत एवं संख्या 7 बजे मशहूर कलाकारों द्वारा मां का जागरण
विभिन्न बैंड थे शामिल
कलश यात्रा में विभिन्न विद्यालयों से आये भिन्न-भिन्न प्रकार के बैंड भी शामिल थे. साथ साथ समिति की ओर से भक्ति नृत्य, भजन की भी व्यवस्था की गयी थी. सभी नाचते झूमते हुए कलश यात्रा की.
कलश यात्रा के दौरान नगर थानेदार रवींद्र कुमार सिंह स्वयं दलबल के साथ लगे थे
समिति द्वारा 120 वोलेंटियरों को किया गया था तैनात
कलश यात्रा के दौरान सील रहा शहर
शहर में छोटी बड़ी सभी वाहनों के आने जाने पर लगा दी गयी थी रोक
आकर्षक झांकी भी हुई शामिल
आकर्षक झांकी को भी कलश यात्रा में शामिल किया गया था. छोटे-छोटे बच्चे राधा कृष्ण व विभिन्न देवी देवताओं का रूप धारण कर भक्तों का मनोरंजन भी कर रहे थे. समिति की ओर से यात्रा में भजन गायकों को भी बुलाया गया था. मिहिजाम के कुर्मीपाड़ा के कलाकारों ने कलश यात्रा में मां चंचला की भक्ति में खूब झुमाया. सोमवार को भी कलश यात्रा के बाद मंदिर में चंडी पाठ व भजन संध्या का भी आयोजन किया गया.