जामताड़ा. विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज हो गयी है. प्रत्याशी के साथ कार्यकर्ता और प्रचार वाहन मैदान में डटे हैं. सभी पार्टियों के द्वारा अपने-अपने क्षेत्र में झंडा, बैनर आदि लगाने का भी काम तेजी से हो रहा है. जिला मुख्यालय का हाल यह है कि यहां निजी घरों के अलावा झंडा लगाने की इतनी होड़ है कि लोग कहीं भी झंडा लगा दे रहे हैं. ऐसे में परेशानी उत्पन्न होती है. प्रशासन के समक्ष आचार संहिता उल्लंघन को लेकर बात उठने लगती है. शहर के सभी सड़क विभिन्न पार्टी के झंडों से पटे हैं. इस क्रम में कार्यकर्ताओं ने शहर में बनी सरकारी दुकान, फुटपाथ की दुकान आदि में भी पार्टी का झंडा लगा दिया है. अब इसे हटाना प्रशासन के लिए सिरदर्द बन बन गया है. एक तरफ चुनाव निष्पादन को लेकर व्यस्तता और उस पर आचार संहिता उल्लंघन से बचाने की अतिरिक्त कवायद. रविवार सुबह मजिस्ट्रेट संजय कुमार के साथ पुलिस अवर निरीक्षक कृष्ण कुमार दुमका रोड से लेकर सुभाष चौक तक फुटपाथी दुकानों में लगे झंडे को हटाते हुए दिखाई दिए. मजिस्ट्रेट संजय कुमार ने बताया कि फुटपाथ पर बनी दुकान सरकारी जमीन में है. इसलिए इस पर पार्टी का झंडा नहीं लगाया जा सकता है. कहा कि अनुमंडल पदाधिकारी के निर्देश पर झंडा हटाने का यह कार्य किया जा रहा है. इसके साथ ही नगर पंचायत के द्वारा बनायी गयी दुकानों पर भी झंडा लगाना प्रतिबंधित है. मजिस्ट्रेट और पुलिस ने लोगों की मदद से फुटपाथ के दुकानों से झंडा हटवाया. इसकी पूरी वीडियो रिकॉर्डिंग भी की गयी.
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