जामताड़ा. राज्य में बढ़ रहे भ्रष्टाचार को खत्म करने तथा राज्य का नेतृत्व एक स्वच्छ विकासपुरुष के हाथ में सौंपने के लिए घूंघट और चौखट से बाहर निकलकर हमारी माताएं-बहनें नेतृत्व के लिए आगे आएं. संताल परगना का द्वार जामताड़ा है, इसका ताला खोल दीजिए. पूरे संताल परगना का द्वार खुल जायेगा. उक्त बातें शनिवार को दुमका रोड स्थित यज्ञ मैदान में आजसू के ग्राम प्रभारी तथा चूल्हा प्रमुख के सम्मेलन में आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने कही. उन्होंने ग्राम प्रभारी तथा चूल्हा प्रमुख का मनोबल बढ़ाने का काम किया. कहा कि चुनाव के समय माता-बहनों को प्रत्येक महीने 1000 रुपए पेंशन स्वरूप राशि दे रहे, क्या यह रिश्वत है. कहा कि मैं सेवा का अवसर मांगने आया हूं. हमें सोरेन परिवार की तरह 40 साल नहीं, बल्कि पांच साल चाहिए. वर्तमान राज्य सरकार की चुटकी लेते हुए सुदेश महतो ने कहा- एतो दिन कोथा छीलिस… वोटेर दिन देखा दिलीस. सुदेश महतो ने कहा कि राज्य की हेमंत सोरन की सरकार ने एक भी वादा को पूरा नहीं किया. कहा कि तीन लाख सरकारी नौकरी के पद रिक्त हैं, दो लाख शिक्षकों के पद रिक्त हैं. यह सरकार राज्य में नियोजन नीति नहीं ला सकी. ग्राम सभा का मूल्य खत्म कर दिया. सरकार ने सारे पदाधिकारी को कर्तव्य से हटा दिया है. वहीं कहा कि कांग्रेस पार्टी भी खटाखट खटाखट करने आयी लेकिन वह कहीं नहीं आयी. आजसू केंद्रीय महासचिव तरुण गुप्ता ने कहा कि हेमंत सरकार के कार्यकाल में भ्रष्टाचार चरम सीमा को पार कर चुका है. उपयुक्त जगह पर विकास कार्य नहीं हो रहा है, जिस कारण लोग सुविधाओं से वंचित हैं. इतना ही नहीं, जरूरतमंद लोगों तक कल्याणकारी योजनाएं नहीं पहुंच रही है. चाहे किसी भी श्रेणी का कार्यालय हो, बगैर चढ़ावे किसी का कोई काम नहीं हो रहा है. वहीं आजसू जिलाध्यक्ष राजेश महतो, कार्यकारी जिला अध्यक्ष निमाई सेन, नेत्री जोबा रानी पाल समेत अन्य ने संबोधित किया. वहीं ग्राम प्रभारी तथा चूल्हा प्रमुख वाहनों को विधानसभा चुनाव में नेतृत्व परिवर्तन की शपथ दिलायी. मौके पर महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष सीतामानी हांसदा, ब्रज किशोर मरांडी, माने बेसरा, अनीता हांसदा, मुनमुन मुर्मू, अनिल टुडू, रमेश पंडित, राजू मिर्धा, युवराज हांसदा आदि थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है