मुल्क में अमन, चैन और तरक्की की दुआ के साथ किया इफ्तार
खुदा के बंदे इस तपन में भी पूरे हौसले के साथ इबादत करने में जुटे हुए हैं
जामताड़ा. जामताड़ा में इन दिनों रोजेदारों को खुदा की इबादत करने वालों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ रहा है. खुदा के बंदे इस तपन में भी पूरे हौसले के साथ इबादत करने में जुटे हुए हैं. भूखे-प्यासे रहकर बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक रमजान के रोजे रख रहे हैं. मुस्लिम समाज का सबसे बड़ा व सबसे लंबा चलने वाला त्योहार रमजान ही है. रमजान माह की इबादत कई महीनों की इबादत से अफजल होती है. इसको लेकर रोजेदार रोजाना सुबह सहरी से शुरुआत करते हैं. शाम को रोजा इफ्तार कर रहे हैं. इसी क्रम में पाकडीह जामा मस्जिद में पाकडीह के रहने समाजसेवी सह मुखिया प्रतिनिधि बबलू खान ने रविवार को रोजेदारों को रोजा इफ्तार कराया. जिसमें बड़ी संख्या में लोग पहुंचे. बताया जाता है कि इस रमजान माह में रोजे का खास महत्व होता है. जिसमें रोजेदारों के लिए दावते इफ्तार का आयोजन भी किया जा रहा है. रोजा खोलने के पहले सभी ने मुल्क में अमन चैन और तरक्की की दुआ की. इस अवसर पर मस्जिद के इमाम मौलाना अख्तर रज़ा ने बताया कि हर साल रोजा इफ्तार का आयोजन किया जाता है. जिसमें मुल्क की तरक्की और भाईचारे के लिए दुआएं की जाती हैं. जो इस रमजान के महीने में दूसरे इंसान को खाने का इंतजाम करेंगे. उसको अल्लाह ताला बरकत देंगे. मौके पर शमशेर आलम, समसुल अंसारी, अमन अंसारी, सरफराज आलम, कमाल कौसर, शाहिद सहित अन्य रोजेदार मौजूद थे.