विद्यासागर. करमाटांड़ प्रखंड के प्रथम वर्गीय पशु चिकित्सालय में पशुओं का इलाज भगवान भरोसे चल रहा है. इसका ताजा उदाहरण गुरुवार को देखने को मिला. सीताकाटा के सत्यनारायण रवानी गुरुवार की सुबह 11:30 बजे अपनी बकरी लेकर पशु चिकित्सालय इलाज करवाने पहुंचा थे, लेकिन उन्हें अस्पताल में डॉक्टर नहीं मिले. स्टाप से पूछने पर पता चला कि मैडम आज नहीं है. जामताड़ा में हैं. जानकारी को लेकर डॉ नंदिता बेरा से मोबाइल पर संपर्क साधा गया. उन्होंने कहा कि करमाटांड़ पशु चिकित्सालय में कम लोग पशु लेकर आते हैं और जामताड़ा में हर रोज 10 से 15 लोग पशु लेकर आते हैं. इसलिए यहां काम करती हूं. तभी कॉल के माध्यम से विभाग के कर्मी प्रमोद कुमार से बात करके पशु को दवा व सूई दी गयी. ग्रामीण ने बताया कि कई पशुपालकों के साथ पशु चिकित्सालय में इस तरह की समस्या हो चुकी है. इस संबंध में यहां के जनता ने कई बार डीएचओ, उपायुक्त एवं विधायक, मंत्री तक शिकायत की है. परंतु समस्या जस का तस बनी हुई है.
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