जिले में एपीआइ दर काफी कम, जामताड़ा बना मलेरिया फ्री जोन : एसीएमओ
जिले में आज मनाया जायेगा विश्व मलेरिया दिवस
जामताड़ा. जिले में 25 अप्रैल को विश्व मलेरिया दिवस मनाया जायेगा. इस दौरान जिले के विभिन्न प्रखंडों में मलेरिया से बचाव को लेकर कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में छात्राओं व अन्य लोगों को जागरूक जायेगा. इस संबंध में विभाग की ओर से बुधवार को पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया. एसीएमओ डॉ कालीदास मरांडी ने बताया कि जामताड़ा जिले में मलेरिया एपीआइ कम होने के कारण जिला मलेरिया फ्री जोन है, लेकिन मलेरिया फैलाने वाले वाहक इनोफेलीज मच्छर मौजूद है. निकटवर्ती जिले दुमका, देवघर, गिरिडीह एवं निकटवर्ती राज्य पश्चिम बंगाल मलेरिया जोन है. अर्थात वहां से प्रवासी रोगी आने के कारण हमारे जिले में मलेरिया प्रसार होने की संभावना बनी रहती है. जिले के स्वास्थ्य कर्मी जैसे एएनएम, एमपीडब्ल्यू, सहिया की ओर से लगातार बुखार पीड़ित लोगों का रक्त पट्ट संग्रह किया जाता है. ताकि मलेरिया रोगी मिलने के पश्चात रोग के प्रसारण पर रोक के लिए समुचित उपचार किया जा सके. सभी सीएचसी एवं पीएचसी में इसकी मुफ्त सुविधा उपलब्ध है. फिर भी प्रारंभिक बचाव के लिए लोगों को घरों के आसपास जल जमाव नहीं होने देना चाहिए.मच्छरदानी का उपयोग करना चाहिए. यदि बुखार हो तो अपने निकटवर्ती सरकारी संस्थानों में रक्त जांच कराना चाहिए. बता दें कि जिले भर में वर्ष 2022 में 110453 लोगों का मलेरिया जांच के लिए ब्लड कलेक्ट कर जांच की गयी थी, जिसमें 14 पॉजिटिव पाये गये थे. वहीं जिले का एपीआई दर 0.02 रहा था. वर्ष 2023 में 102603 लोगों का मलेरिया जांच के ब्लड कलेक्ट कर जांच की गयी थी, जिसमें छह मरीज पॉजिटिव पाये गये थे. वहीं एपीआइ दर 0.01 है. बताया जाता है कि एपीआइ दर 2.00 प्रतिशत रहने से जिला को मलेरिया जोन माना जाता है, लेकिन यहां एपीआइ दर काफी कम है. इस कारण जामताड़ा को मलेरिया जोन से बाहर रखा गया है. मौके पर जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ डीसी मुंशी, वीबीडी सलाहकार रत्नेश शर्मा आदि मौजूद थे.
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