नारायणपुर. सरकारी विद्यालयों में संचालित मध्याह्न भोजन योजना (एमडीएम) के सामाजिक अंकेक्षण के दौरान रुपये लेनदेन का मामला प्रकाश में आने के बाद जामताड़ा के डीएसइ विकेश कुणाल प्रजापति ने ऑडिट करने आई कंपनी के ऑडिटर को ब्लैक लिस्टेड करने के लिए विभाग व दसानी एंड एसोसिएट, रांची से पत्राचार किया. विभाग व दसानी एंड एसोसिएट ने ऑडिटर को अन ऑथराइज्ड कर दिया है. विदित हो कि सोमवार को नारायणपुर बीआरसी में नारायणपुर शैक्षणिक अंचल के 72 प्राथमिक और मध्य विद्यालयों में संचालित एमडीएम का अंकेक्षण किया गया. इस दौरान अंकेक्षण के लिए आयी टीम के सदस्यों ने प्रति विद्यालय 1500 लिये. इस खबर को प्रभात खबर ने मंगलवार के अंक में 1500 रुपये दीजिए और बच्चों की हकमारी का अधिकार पाइए ” नामक शीर्षक से खबर प्रकाशित किया था. खबर प्रकाशित होने के बाद डीएसइ ने मामले को गंभीरतापूर्वक लिया. ऑडिट करने आई कंपनी के ऑडिटर को ब्लैक लिस्टेड कर दिया. ऑडिट करने आई टीम एवं बीआरसी के कुछ एक कर्मियों का मनोबल कुछ इस कदर बढ़ा है कि डीएसइ के द्वारा ब्लैक लिस्टेड करने के बाद भी मंगलवार को पुनः बीआरसी आ धमके, लेकिन इसी दौरान डीएसइ ने बीपीओ अनामिका हांसदा को कॉल कर ऑडिट रोकने का निर्देश दिया. फिर बीपीओ ने ऑडिट करने वालों को रोका. क्या कहते हैं डीएसइ मामला संज्ञान में आने के बाद ऑडिट कंपनी के कर्मियों को ब्लैक लिस्टेड कर दिया गया है. इसमें संलिप्त बीआरसी कर्मियों के विरुद्ध भी चुनाव बाद विभागीय कार्रवाई होगी. इस तरह का गड़बड़झाला किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. – विकेश कुणाल प्रजापति, डीएसइ, जामताड़ा
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