जामताड़ा. डीसी कुमुद सहाय की अध्यक्षता में जिला पर्यावरण समिति की बैठक हुई. डीसी ने कहा कि पर्यावरण अनुकूल जीवन शैली को प्राथमिकता देना आवश्यक है. सुरक्षित जीवन शैली के लिए ज्यादा से ज्यादा पेड़ पौधों को लगाना जरूरी है, पेड़-पौधे हमारे मित्र हैं. उन्होंने कार्बन उत्सर्जन कम करने के लिए अवश्य कदम उठाने, खनन क्षेत्रों में सुरक्षा उपकरणों के उपयोग, जान-माल के नुकसान से बचने के लिए आवश्यक कार्रवाई का निर्देश दिया. वहीं सभी कार्यालय परिसर में सोलर सिस्टम लगाने, ठोस कचरा प्रबंधन, डोर टू डोर कचरा उठाव के लिए गाड़ियों का आवागमन निश्चित समय पर कराने का निर्देश दिया. अस्पतालों में बायोमेडिकल वेस्ट का सही डिस्पोजल कराने को कहा. वहीं ध्वनि प्रदूषण से संबंधित नियमों का उन्होंने सख्ती से पालन कराने का निर्देश दिया. कहा कि नो हॉर्न जोन, साइलेंस जोन से संबंधित साइनेज अस्पतालों, विद्यालयों, न्यायालय परिसर आदि के बाहर लगाना सुनिश्चित करेंगे. उन्होंने नगर निकाय क्षेत्र में कचरा उठाव एवं प्रबंधन को लेकर उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया. डीसी ने जिले में मछली, मुर्गा मटन आदि की खुले में बिक्री पर नाराजगी जाहिर की. इस पर तत्काल रोक लगाने का निर्देश दिया. मछली मुर्गा आदि की बिक्री दुकानों में पर्दा लगाकर बेचा जाय, जिन दुकानदारों की ओर से इसका अनुपालन नहीं किया जा रहा है उस पर कार्रवाई करें. उन्होंने जेबीसी प्लस टू स्कूल के आसपास सड़क किनारे मछली बेचने वालों को हटिया में शिफ्ट करने का निर्देश दिया. डीएफओ राहुल कुमार ने मिशन लाइफ के तहत पर्यावरण अनुकूल जीवनशैली अपनाने के विभिन्न बिंदुओं पर जानकारी देते हुए अपने जीवनशैली में बदलाव लाने की अपील की. जिले में फॉरेस्ट एवं ट्री कवर, बायोडायवर्सिटी सर्वे आदि के बारे में जानकारी दी. मौके पर डीडीसी निरंजन कुमार, एसडीओ अनंत कुमार, उपाधीक्षक सदर अस्पताल डॉ आलोक विश्वकर्मा आदि थे.
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