नाला. नाला प्रखंड में भारत बंद का आंशिक असर देखा गया. भारत बंद का उद्देश्य एसटी-एससी आरक्षण में वर्गीकरण के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ था. सुबह से यातायात व्यवस्था अन्य दिनों की तरह रहा, लेकिन दस बजे के बाद विभिन्न संगठनों के लोगों के पहुंचने से करीब ग्यारह बजे तक सड़क जाम रहा. नाला प्रखंड मुख्यालय स्थित आमबगान चौक पर एससी-एसटी संघ ने सड़क पर उतर कर विरोध प्रदर्शन किया. एससी-एसटी संघ के सुदन मुर्मू ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की ओर से दिए फैसला का हम विरोध करते हैं. कहा कि जो मूल आरक्षण है उसे बरकरार रखने की जरूरत है. कहा कि एससी-एसटी के आरक्षण में वर्गीकरण का निर्णय इन वर्गों के उत्थान एवं मजबूती के मार्ग में बाधक है. मौके पर भाकपा के जिला सचिव कन्हाई चंद्र माल पहाड़िया, शिवधन मुर्मू, अजित टुडू, आनंद मंडल आदि थे. कुंडहित में खुला रहा तमाम सरकारी ऑफिस कुंडहित. प्रखंड में भारत बंद के दौरान अन्य दिनों की भांति जहां दुकानें खुली रही, तो वहीं सड़कों पर वाहनों का आवागमन होता रहा. कुंडहित में तमाम सरकारी दफ्तरों के साथ-साथ सरकारी एवं निजी विद्यालय, बैंक, हाट-बाजार खुले रहे. वहीं सभी तरह की सेवाएं अन्य दिनों की भांति बहाल रही. सीएचसी में अन्य दिनों की भांति बुधवार को मरीज पहुंच कर डाॅक्टरों से परामर्श लेने के साथ-साथ अपना इलाज कराया. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कुंडहित में बुधवार की दोपहर 3 बजे तक 60 मरीजों ने अस्पताल आकर अपना इलाज करवाया. वाहनों के आवागमन पर नहीं पड़ा प्रभाव मिहिजाम. एससी-एसटी आरक्षण को लेकर विभिन्न संगठनों की ओर से आहूत भारत बंद का मिहिजाम में प्रभाव नहीं देखा गया. सामान्य दिनों की तरह ही नगर में दुकान, बाजार, कार्यालय खुले रहे. बैंकों व पोस्ट ऑफिस में कामकाज अन्य दिनों की तरह हुआ. वाहनों के आवागमन पर भी किसी तरह का प्रभाव देखने को नहीं मिला. हालांकि बंद को देखते हुए सुरक्षा को लेकर नगर में पुलिस गश्ती कर रही थी.
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