चंपापुर की सहीदन खातून का एक साल से बंद है पेंशन
किसी भी इंसान को जीवन यापन के लिए रोटी, कपड़ा और मकान की जरूरत होती है. नारायणपुर प्रखंड अंतर्गत चंपापुर गांव में रहने वाली विधवा सहीदन खातून को एक साल पेंशन का लाभ नहीं मिल रहा है.
जामताड़ा. किसी भी इंसान को जीवन यापन के लिए रोटी, कपड़ा और मकान की जरूरत होती है. नारायणपुर प्रखंड अंतर्गत चंपापुर गांव में रहने वाली विधवा सहीदन खातून को एक साल पेंशन का लाभ नहीं मिल रहा है. यह जानकारी झारखंड प्रदेश मोमिन कांफ्रेंस के जिला संरक्षक मोहम्मद रफीक अंसारी ने दी. बताया कि क्षेत्र भ्रमण के दौरान सहीदन खातून ने कहा कि पिछले कई वर्षों से पेंशन में मिलने वाली राशि बंद है. कहा कि लगभग 1 साल से आर्थिक तंगी से झेल रही हूं. फरवरी 2024 में पति का देहांत हो गया. इसके बाद से जीवन यापन करना बहुत मुश्किल हो गया है. पेंशन चालू करवाने के लिए कई बार पंचायत सचिवालय का चक्कर लगा चुकी हूं. मुझे अभी तक वृद्धावस्था पेंशन चालू नहीं हो सका.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है