कुंडहित. प्रखंड के मुर्गापाथर के एनईएलसी चर्च व नाजरेथ बाल कोचिंग केंद्र इंद्रपहाड़ी में क्रिसमस धूमधाम से मनाया गया. वहीं एनईएलसी चर्च में यीशु मसीह का सुसमाचार सुनाया गया. साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. स्कूल के प्रांगण पर सुंदर चरनी बनायी गयी और ईसा मसीह के चित्र एवं प्रतिमा रखकर प्रार्थना की गयी. मौके पर चर्च के संस्थापक रूपलाल टुडू ने कहा यह त्योहार विश्वभर में फैले ईसा मसीह के करोड़ों अनुयायियों के लिए पवित्रता का संदेश लाता है. उनके बताए हुए मार्गों व उच्च आदर्शों पर चलने के लिए प्रेरित करता है. इंद्रपहाड़ी कोचिंग केंद्र प्रांगण में छात्र-छात्राओं के बीच डांस, संथाली नृत्य, भाषण, गाना आदि प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया. इसमें छात्र-छात्राओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया. मौके पर शिक्षक येसुदास टुडू आदि थे. कैराबनी मिशन में मनाया गया क्रिसमस फतेहपुर. प्रखंड क्षेत्र में ईसाई समुदाय का सबसे बड़ा त्योहार क्रिसमस मनाया गया. फतेहपुर प्रखंड के कैराबनी, तैलीयाबांधी, भीमपहाड़ी, बराबाद, दिगलग्राम, लाकड़चिपा, कोयलाभाषा आदि गांवों में ईसाई समुदाय ने क्रिसमस मनाया. कैराबनी मिशन स्थित गिरजाघर में ईसाई समुदाय ने यीशु मसीह के जन्मदिन मनाया. कैराबनी मिशन स्थित गिरजाघर का इतिहास ब्रिटिशकालीन है. गिरजाघर की स्थापना 1875 में नार्वे के जेजे आफस्टार्ट ने की थी. जेजे आफस्टार्ट इलाके के पिछड़ेपन को देखते हुए विकास के लिए प्रयत्नशील थे. उन्होंने गिरजाघर के साथ-साथ अशिक्षितों को शिक्षित करने के उद्देश्य से कैराबनी मिशन स्कूल की भी स्थापना की. तत्कालीन समय में पूरे संताल परगना के लोग इस स्कूल में पढ़ने आते थे. बताया कि गिरजाघर का उदघाटन 1925 में किया गया था. उस समय से यहां नियमित प्रार्थना होती आ रही है.
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