बुद्ध पूर्णिमा के प्रथम दिन दर्जनों भक्तों ने जलाशयों में किया स्नान
बुद्ध पूर्णिमा के प्रथम दिन बुधवार को निकटस्थ जलाशयों में दर्जनों भक्तों ने स्नान किया.
फोटो- 02 जलाशय में पवित्र स्नान के दौरान उपस्थित भक्तगण बिंदापाथर. सिमलडुबी पंचायत अंतर्गत जलांई गांव स्थित बाबा धर्मराज मंदिर में बुद्ध पूर्णिमा पर आयोजित पांच दिवसीय धर्मराज पूजा सह गाजनोत्सव के प्रथम दिन बुधवार को निकटस्थ जलाशयों में दर्जनों भक्तों ने स्नान किया. मुख्य पुजारी बैद्यनाथ नाथ झा व विकास झा ने सभी को रक्षा सूत्र धारण करवाया. निर्धारित नियम के अनुसार वे सभी फलाहार में रह कर धर्मराज बाबा की उपासना में लीन रहते हैं. मुख्य पुजारी को अपने-अपने कंधों पर पांव रखवाकर करीब आधा किलोमीटर दूरी तय करते हुए धर्मराज मंदिर में प्रवेश करवा गया. गौरतलब है कि गुरुवार की सुबह गाजनोत्सव की मुख्य पूजा-अर्चना शुरू होते ही श्रद्धालुओं की कतार लग जाती है. यह सिलसिला दिनभर जारी रहता है. क्षेत्र में मान्यता है कि भगवान के दरबार में पहुंचने वाले खाली हाथ नहीं लौटते हैं. भक्तों के द्वारा कांटों पर उछलना, आग लेकर खेलना, नुकीले तार से अंग छेद करना आदि हैरतअंगेज करतब दिखाए जाते हैं, जिसके दर्शन के लिए दूर दराज से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं. इस अवसर पर मेले का भी आयोजन किया गया है. वहीं मंझलाडीह गांव में भी नवनिर्मित धर्मराज मंदिर में भी पूजा का शुभारंभ हुआ. आचार्य सह पुरोहित रवींद्र नाथ झा के सान्निध्य में वैदिक रीति-रिवाज के साथ बाबा धर्मराज की पूजा अर्चना की गयी.
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