ई पॉस मशीन का टू जी नेटवर्क श्लो, ई-केवाइसी व खाद्यान्न वितरण बाधित
टू जी नेटवर्क का सर्वर सही तरीके से काम नहीं करने से डीलरों को खाद्यान्न वितरण में काफी कठिनाई आ रही है.
जामताड़ा. टू जी नेटवर्क का सर्वर सही तरीके से काम नहीं करने से डीलरों को खाद्यान्न वितरण में काफी कठिनाई आ रही है. खाद्य आपूर्ति विभाग झारखंड की ओर से जन वितरण विक्रेताओं के माध्यम से लाभुकों को खाद्यान्न वितरण के लिए ई-पॉस मशीन दी गयी है, जो टू जी रहने के कारण सर्वर में दिक्कत आने एवं नेटवर्क न रहने के कारण मशीन लोड नहीं ले पाता है. इस कारण जामताड़ा जिले में वितरण व्यवस्था घट गयी है. दिसंबर का जामताड़ा जिले में ग्रीन कार्ड लाभुकों को मात्र 66 % खाद्यान्न और पूरे राज्य में 54 % खाद्यान्न औसतन वितरण हो पया है. इसी प्रकार जामताड़ा जिले में 55 प्रतिशत दाल का वितरण, पीएचएच कार्डधारी को 90 प्रतिशत के अलावा धोती- साड़ी, चीनी, किरासन तेल का वितरण काफी श्लो है, जबकि दिसंबर समाप्त होने में चार दिन ही बच गये हैं. बताया जाता है कि एक लाभुक को एक बार अंगूठा लगाने से एक ही सामग्री मिलती है. दूसरी सामग्री लेने के लिए फिर से दोबारा अंगूठा लगाना पड़ता है. इसमें काफी समय भी लग जाता है. लाभुकों को भी बार-बार डीलरों के घर का चक्कर लगना पड़ता है. राशन कार्डधारी अब 28 फरवरी तक करा सकते हैं ई-केवाइसी इधर वन नेशन वन कार्ड स्कीम के तहत जिले के सभी राशन कार्डधारकों का ई-केवाइसी कराया जा रहा है. पूर्व में इसकी अंतिम तिथि 31 दिसंबर निर्धारित थी. हालांकि, राज्य सरकार ने इसे बढ़ाकर 28 फरवरी 2025 कर दिया है. इसमें अब तक 1.5 लाख कार्डधारियों में आधे कार्डधारियों का ई-केवाइसी का कार्य पूरा नहीं हो सका है. परेशानी यह है कि ई- केवाइसी के लिए दोपहर के एक बजे नेटवर्क मिलता है, जो शाम सात बजे तक ही होता है. इसी के बीच में कार्डधारियों को ई-केवाइसी के लिए अंगूठा लगाना पड़ता है. एक दिन में एक व्यक्ति को तीन बार अंगूठा लगाने के बाद यदि नेटवर्क साथ नहीं दिया तो फिर उसे दूसरे दिन का इंतजार करना पड़ता हैस जिस कारण लाभुकों के साथ-साथ डीलरों को भी परेशानी होती है. टू जी नेटवर्क रहता है श्लो, कार्डधारियों से होता है मनमुटाव : संघ फेयर प्राइस शॉप डीलर एसोसिएशन जामताड़ा के जिलाध्यक्ष मोहन प्रसाद भैया एवं जिला मीडिया प्रभारी देव कुमार साव ने बताया कि अभी ई- केवाइसी से लेकर धोती-साड़ी व खद्यान्न का वितरण करना पड़ रहा है. लाभुक घंटों लाइन लगाकर इंतजार करके बिना खाद्यान्न लिए डीलरों से मनमुटाव कर चले जाते हैं. आज जहां पूरी दुनिया 4जी, 5 जी का इस्तेमाल कर रही है, लेकिन विभाग यह यह ई-पॉस मशीन 2जी पर चल रहा है. इसमें सर्वर न रहने के कारण खाद्यान्न वितरण में काफी कठिनाई आती है. क्या कहते हैं डीएसओ ई-पॉस मशीन में टू जी के कारण डीलरों को परेशानी होती है. विभाग भी प्रयत्नशील है. उम्मीद है कि भविष्य में डीलरों को 4जी नेटवर्क मिल जायेगा. – राज शेखर, डीएसओ, जामताड़ा.
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