थम गया चुनाव प्रचार, प्रत्याशियों ने डोर टू डोर किया जनसंपर्क
झारखंड विधानसभा के लिए 20 नवंबर को होने वाले मतदान के लिए चुनाव प्रचार का शोरगुल थम गया है.
मिहिजाम. झारखंड विधानसभा के लिए 20 नवंबर को होने वाले मतदान के लिए चुनाव प्रचार का शोरगुल थम गया है. अब चुनाव प्रचार मैदान में उतरे प्रत्याशी डोर टू डोर जनसंपर्क कर मतदाताओं को साधने में जुट गये हैं. इसलिए चुनावी पारा काफी तेज है. चुनाव प्रचार के अंतिम दिन प्रत्याशियों के समर्थकों ने बाइक रैली निकाल कर अपनी ताकत व समर्थन का एहसास कराने प्रयास किया. भाजपा के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने नारायणपुर तक बाइक रैली निकाली. इससे पूर्व रविवार को कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने नगर में बाइक रैली निकाली. साेमवार की शाम कांग्रेस प्रत्याशी डॉ इरफान अंसारी ने नगर में पैदल भ्रमण कर लोगों से वोट देने की अपील की. जामताड़ा विधानसभा क्षेत्र के चुनावी मैदान में कई प्रत्याशी हैं, लेकिन मुख्य मुकाबला कांग्रेस के डॉ इरफान अंसारी और भाजपा के सीता सोरेन के बीच होने की संभावना है. हालांकि अन्य प्रत्याशी भी कमर कस कर चुनाव मैदान में उतरे हैं और अपनी जीत की दावा कर रहे हैं. चुनाव प्रचार के दौरान राजनीतिक कार्य क्षमता एवं नीतियों को लेकर एक दूसरे पर जमकर आरोप प्रत्यारोप का दौर भी चला है. भाजपा के लिए पहली चुनौती असंतुष्ट एवं बागी समर्थकों ने ही पैदा की है. इससे निपटने के लिए असम के मुख्यमंत्री हिमंता विश्वा सरमा को जामताड़ा में कैंप करना पड़ा. जामताड़ा सीट पर पूर्व से कांग्रेस का कब्जा रहा है. वहीं अपनी खोई हुई इस सीट को दुबारा पाने के लिए भाजपा एड़ी चोटी एक किए हुई है. हालांकि पूरे प्रचार के दौरान मतदाताओं ने खामोशी बना रखी है. फिलहाल सभी प्रत्याशी अपने-अपने जीत की दावा करने से पीछे नहीं हट रहे हैं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है