किसान आत्मनिर्भर बनने के लिए आधुनिक खेती को अपनायें
प्रखंड सभागार में गुरुवार को रबी फसल पर कार्यशाला का आयोजन हुआ. शुभारंभ प्रमुख रामकिशोर मुर्मू व जिला परिषद सदस्य रीना मंडल, पूर्व जिप सदस्य भजहरि मंडल ने किया.
कुंडहित. प्रखंड सभागार में गुरुवार को रबी फसल पर कार्यशाला का आयोजन हुआ. शुभारंभ प्रमुख रामकिशोर मुर्मू व जिला परिषद सदस्य रीना मंडल, पूर्व जिप सदस्य भजहरि मंडल ने किया. प्रमुख रामकिशोर मुर्मू ने किसानों को आधुनिक खेती अपनाने की सलाह दी. वहीं पूर्व जिला परिषद सदस्य भजहरी मंडल ने किसानों को आत्मनिर्भर बनने के लिए व्यवसाय के साथ-साथ खेती करने की अपील की. प्रभारी बीएओ मनोरंजन मिर्धा ने रबी कार्यशाला की उपयोगिता एवं किसानों को रबी मौसम में फसलों की देखभाल के संबंध में विस्तार से बताया. उनके समेकित कृषि प्रणाली अपनाने की सलाह दी गयी. बताया कि इंटीग्रेटेड फॉर्मिंग सिस्टम से पूरे वर्ष के लिए आय का बेहतर स्रोत प्राप्त होता है. किसान के पास यदि अपने जमीन के पास तालाब या छोटा पोखर हो तो मत्स्य पालन के साथ-साथ उसके मेढ़ के ऊपर मुर्गी पालन एवं बत्तख पालन करना चाहिए. तालाब के मेढ़ के ऊपर ही किसान सब्जियों की खेती करें. साथ ही पास के जमीन में अमरूद, पपीता एवं केले की खेती सघन विधि से लाइन में करें तथा बीच में जो जमीन बच जाता है उसमें सब्जी की खेती करें. किसानों को पशुपालन करने की भी सलाह दी गयी, जिससे कि उनके गोबर एवं अपशिष्ट पदार्थों से कर्मी कंपोस्ट तैयार कर जैविक खाद के रूप में पास लगे पौधों में उपयोग कर सकें. किसान मित्रों ने कहा कि सरकार की ओर से समय पर बीज नहीं दिया जाता है और जो बीज दिया जाता है वह बीज लगाते हैं उनका बीज निकलता ही नहीं. घटिया किस्म के बीज वह भी असमय वितरित किया जा रहा है. हालांकि किसान मित्रों के आरोप पर जवाब देते हुए प्रभारी बीएओ मनोरंजन मिर्धा ने कहा कि बीच का वितरण ब्लॉक चेन सिस्टम के माध्यम से किया जा रहा है. सरकारी बीज लगाने के बाद अगर सही फसल नहीं होता है तो ऐसे में किसान फसल बीमा योजना से जोड़कर क्षतिपूर्ति प्राप्त कर सकते हैं. मौके पर बीपीएम आमिर हेंब्रम, किसान मित्र काजल रजवार, जिन्ना अली खान, अजय घोष समेत किसान मित्र मौजूद थे.
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