कृषक परंपरागत कृषि पद्धति से ऊपर उठकर आधुनिक तरीके से करें खेती : डीसी
जिला कृषि कार्यालय के सभागार में शुक्रवार को जिला स्तरीय रबी कर्मशाला 2024-25 का आयोजन किया गया.
जामताड़ा. जिला कृषि कार्यालय के सभागार में शुक्रवार को जिला स्तरीय रबी कर्मशाला 2024-25 का आयोजन किया गया. इसका शुभारंभ डीसी कुमुद सहाय, परियोजना निदेशक आइटीडीए जुगनू मिंज, जिला कृषि पदाधिकारी लव कुमार, भूमि संरक्षण पदाधिकारी रिजवान अंसारी ने संयुक्त रूप से किया. डीसी ने कहा कि भारत जैसे कृषि प्रधान देश जिसकी आर्थिक रीढ़ कृषि पर आधारित है उसे बेहतर बनाने के लिए इसी प्रकार के प्रशिक्षण सह कर्मशाला की जरूरत है, ताकि किसान पुरानी परंपरागत कृषि पद्धति से ऊपर उठकर आधुनिक तरीके से खेती करें. पैदावार बढ़ाकर देश की आर्थिक नींव को मजबूत कर सकें. वहीं डीसी कृषि के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए सभी कृषकों को धन्यवाद दिया. कहा कि अच्छी खेती करें. निदेशक आइटीडीए जुगनू मिंज ने कर्मशाला में अर्थव्यवस्था के प्राइमरी सेक्टर को विकसित करने में कृषकों की भूमिका का उल्लेख किया. जिला कृषि पदाधिकारी ने रबी कर्मशाला 2024-25 के लिए मुख्य फसलों की जानकारी दी. वहीं कर्मशाला में विभिन्न प्रखंडों से आए कृषकों ने कृषि संबंधी अपनी समस्याओं का उल्लेख किया. जिला कृषि पदाधिकारी ने उद्यान के क्षेत्र में स्ट्रॉबेरी की खेती, अनानास की खेती, ड्रैगन फ्रूट की खेती, कृषकों को करने की तकनीक के बारे में बताया. बर्मी कंपोस्ट का उत्पादन खुद से करने का किसानों को सलाह दी. वहीं कृषकों से कृषि के क्षेत्र में जिले को अग्रणी बनाने का आह्वान किया गया. मौके पर जिला उद्यान पदाधिकारी समसुद्दीन अंसारी, गणेश कुमार आदि मौजूद थे.
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