संवाददाता, जामताड़ा. आर्ट ऑफ लिविंग की ओर से गांधी मैदान में “मेधा योग प्रोग्राम ” का आयोजन किया गया. इस अवसर पर आर्ट ऑफ़ लिविंग के वरिष्ठ प्रशिक्षक राजेंद्र गोराई ने कार्यक्रम से होने वाले फायदे के विषय में विस्तार से बताया. कहा कि ””खुश किशोर स्वस्थ वयस्कों में बदल जाते हैं””. लेकिन खुश किशोर दुर्लभ होते जा रहे हैं. बचपन से वयस्कता तक का संक्रमण चुनौतियों से भरा होता है. तनाव को बढ़ाता है – शैक्षणिक, प्रवेश परीक्षा, साथियों का दबाव और रिश्ते. मेधा योग प्रोग्राम का उद्देश्य किशोरों को तनावमुक्त और खुशी के साथ केंद्रित और मेहनती बनाना है. कहा कि यह कार्यक्रम किशोरों को विशेष श्वास तकनीकों के माध्यम से नकारात्मक भावनाओं पर काबू पाने और तनाव से निपटने में मदद करता है. अध्ययन, साथियों के दबाव और आत्म-सम्मान जैसे विषयों पर सुझावों और चर्चाओं के साथ, कार्यक्रम उन्हें अपनी पूरी क्षमता हासिल करने के लिए मार्गदर्शन करता है. इसके अलावा, टीमवर्क और सहयोग जैसे महत्वपूर्ण जीवन कौशल को इंटरैक्टिव प्रक्रियाओं और खेलों के माध्यम से निखारा जाता है. चुनौतियों से उबरने के लिए आर्ट ऑफ लिविंग का “मेधा योग प्रोग्राम ” सार्थक साबित होता है. मौके पर उषा किरण सिंह, डॉ मंजुला मुर्मू, शोभा डालमिया, मीरा नरनोलिया, माला गोराई, अरुण चौधरी, रीना द्विवेदी, रामारानी सरकार, चंद्रा सरखेल, पूर्णिमा गोराई, अंजू चौधरी, इंदुप्रभा, रिद्धि वैध, शशि नरनोलिया, अंजू भगत, शिवकुमार गुप्ता आदि शामिल थे.
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