कुंज विलास के साथ हरिनाम संकीर्तन का हुआ समापन
भगवान श्रीकृष्ण की लीला की दी गयी प्रस्तुति
फोटो – 01 कीर्तन प्रस्तुत करते कीर्तनीयां अशोक दास बाबाजी कुंडहित. प्रखंड के बाबूपुर गांव में 24 प्रहर हरिनाम संकीर्तन कुंजविलास व नर नारायण सेवा के साथ बुधवार को संपन्न हो गया. पश्चिम बंगाल के 24 परगना जिला के हुगली निवासी कीर्तनियां अशोक दास बाबाजी ने भगवान श्रीकृष्ण की लीला का वर्णन नृत्य आदि प्रस्तुत कर किया. उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने जीव जगत को शिक्षा देने के लिए बहुत सारे लीलायें की. कलियुग में जीवों के उद्धार का एकमात्र उपाय हरिनाम संकीर्तन है. दिन भर अपना कर्म करते हुए कम से कम एक बार सच्चे मन से भगवान का स्मरण करना चाहिए. उन्होंने कहा कि गौरांग महाप्रभु जात-पात, ऊंच-नीच के भेदभाव से ऊपर उठकर समाज को एक सूत्र में बांधने का प्रयास किया. हम सभी सांसारिक जीव को हमेशा सत्कर्म व जीवों के प्रति दया भाव रखना चाहिए. कहा सभी जीवों में भगवान का अंश है. अक्सर लोग बिना कुछ सोचे समझे गलत कार्य कर बैठते हैं. अच्छे फल प्राप्ति की आशा करते हैं जो कदापि संभव नहीं है. सुंदर समाज निर्माण के लिए सत्संग व सत्कर्म करना चाहिए. कार्यक्रम के दौरान भक्तजनों के बीच प्रसाद का वितरण किया गया.
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