फतेहपुर. खिजुरिया के महिला विकास समूह के राशन डीलर की ओर से कार्डधारियों से ई-केवाईसी के नाम पर अवैध उगाही किये जाने का मामला प्रकाश में आया है. बता दें कि महिला विकास समूह खिजुरिया के डीलर ने राशन कार्डधारकों से ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी करने के लिए प्रति व्यक्ति से 10-10 रुपये वसूलने का आरोप परिमल पंडित, हकीम पंडित, चंचला देवी, नमिता कुमारी, मंजू पंडित, गुलीबाला पंडित, लक्ष्मी पंडित, सुमन पंडित, सूजन पंडित, रामेश्वर पंडित, संजय पंडित, रंजीत पंडित, जसोदा देवी, छवि देवी, उदय मंडल आदि ने लगाया है. मालूम हो कि खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने कार्डधारकों की सुविधा सुनिश्चित करने, उन्हें कई स्थानों पर जाने से बचाने के लिए ई-केवाईसी करने की जिम्मेदारी राशन दुकान के डीलरों को सौंपी है. खिजुरिया के महिला विकास समूह के डीलर द्वारा उपभोक्ताओं से प्रति फिंगर 10-10 रुपये लिया जा रहा है. यह शुल्क भुगतान न करने पर उपभोक्ताओं को ई-केवाईसी नहीं करने की बात कही जा रही है. कई कार्डधारक अपने आवश्यक खाद्य सब्सिडी के नुकसान के डर से अनिच्छा से इस अवैध शुल्क का भुगतान कर रहे हैं. सरकार ने सभी जन वितरण प्रणाली की दुकानों को निर्देश दिया है कि सभी राशन कार्डधारकों का ई-केवाईसी अनिवार्य रूप से कराना है. इसका उद्देश्य राशन कार्डधारी की पहचान कर सत्यापन करना है. अगर कार्डधारकों की तरफ से यह अनिवार्य प्रक्रिया पूरी नहीं की गई तो राशन कार्ड भी अवैध करार कर दिया जा सकता है. सरकार का मानना है कि राशन कार्ड की ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी होने के बाद सिर्फ पात्र लाभार्थियों को इस योजना का लाभ मिलेगा. इससे राशन वितरण में पारदर्शिता आएगी और सेवाओं में भी सुधार होगा. बोले प्रभारी एमओ राशन कार्डधारियों का ई-केवाईसी निशुल्क किए जाने का प्रावधान है. यदि किसी राशन डीलर द्वारा कार्डधारी से ई-केवाईसी के नाम पर पैसे की उगाही की जाता है तो उसकी जांच कर सख्त कार्रवाई की जाएगी. – प्रेम कुमार दास, बीडीओ सह एमओ
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