विद्यासागर. करमाटांड़ में पंडित ईश्वर चंद्र विद्यासागर की कर्मभूमि नंदनकानन में गुरुवार को विद्यासागर स्मृति रक्षा समिति की ओर से 204वीं जयंती मनाई गयी. इसमें झारखंड, बिहार, बंगाल, ओडिशा, त्रिपुरा एवं काठमांडू के लोगों ने भाग लिया. समिति की ओर से आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ बांग्ला गीत से हुआ. सरस्वती विद्या मंदिर विद्यासागर के छात्रों ने नंदनकानन परिसर पहुंचकर प्रभातफेरी निकाली. प्रभातफेरी नंदनकानन परिसर से निकल कर विद्यासागर रेलवे पार्क पहुंचीं. विद्यासागर स्मृति रक्षा समिति के सदस्यों ने नंदनकानन परिसर में पंडित ईश्वर चंद्र विद्यासागर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. विद्यासागर स्मृति रक्षा समिति के सचिव चंदन मुखर्जी ने प्रभातफेरी में पहुंचे विद्यार्थियों को कलम और मिठाई का पैकेट देकर स्वागत किया. इस उपलक्ष्य में गरीब एवं सैकड़ों आदि महिलाओं के बीच साड़ी का वितरण किया गया. माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक परीक्षा अधिकतम अंक लाने वाले 11 विद्यार्थियों को प्रति विद्यार्थी 1000 रुपये नकद व विद्यासागर का स्मृति चिह्न दिया गया. जामताड़ा के त्रिदेव सरकार व उनकी पत्नी ताप्ती सरकार ने अपने जीवन काल तक 10 विद्यार्थी के लिए 10000 रुपये प्रतिवर्ष जयंती देने की घोषणा की. कार्यक्रम में काठमांडू नेपाल के पार्थो सरकार ने कहा कि नेपाल में भारतीय सैलानियों के लिए 7:30 एकड़ में धर्मशाला बनवाया गया है. भारतीय सैलानियों के लिए निशुल्क रहने एवं खाने-पीने की व्यवस्था भी की गयी है. मौके पर विद्यासागर स्मृति रक्षा समिति के अध्यक्ष देवाशीष मिश्रा, बाबुल गायक, सरस्वती बनर्जी, बोलपुर शांतिनिकेतन से कप्तान दिलीप कुमार, भावेश दे, तपन सेन शर्मा, डॉ दिलीप कुमार, अनिल कुमार, करमाटांड़ एसबीआइ शाखा प्रबंधक परवेज आलम, शिवम, रंजीत कुमार आदि मौजूद थे.
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