जैन श्रद्धालुओं ने उत्तम संयम धर्म का किया पालन
दशलक्षण पर्व के छठे दिन जैन श्रद्धालुओं ने उत्तम संयम धर्म का पालन किया.
मिहिजाम. दशलक्षण पर्व के छठे दिन जैन श्रद्धालुओं ने उत्तम संयम धर्म का पालन किया. दिगंबर जैन मंदिर में प्रातः भगवान शांतिनाथ का जलाभिषेक पूजन एवं आरती की गयी. श्रद्धालुओं ने बताया कि उत्तम संयम धर्म का जीवन में काफी महत्व है. यदि आपके जीवन में उपलब्धि प्राप्ति में विलंब हो रहा हो तब भी सरल मार्ग को अपनाना चाहिए. अनैतिक रास्ते पर चलकर प्राप्त करने की कुचेष्टा नहीं करना चाहिए. अपने मनोवृत्ति को नियंत्रित करना ही संयम है. मन बहुत बड़ी शक्ति है, जिसके बल पर अपना कल्याण कर सकते हैं. मन मौज-मस्ती करना चाहता है. मन के फरमान को पूरा मत कीजिए बल्कि मन के लिये अपना फरमान जारी कीजिए. दो महिला श्रद्धालुओं ने निर्जला व्रत रखा. मौके पर जैन समाज के अध्यक्ष अशोक छाबड़ा, मंत्री अनिल जैन, नीरू जैन, संजय जैन, बबलू जैन, पूर्णिमा जैन, उषा जैन, सुमित्रा जैन, मोना देवी काला, प्रदीप काला, ममता देवी आदि श्रद्धालु शामिल हुईं.
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