Jharkhand Election 2024 : इरफान अंसारी के वायरल वीडियो प्रकरण में जिला कांग्रेस ने भाजपा प्रत्याशी सीता सोरेन पर पलटवार किया है. कार्यकारी जिलाध्यक्ष विजय कुमार दुबे ने शनिवार देर रात जामताड़ा नगर थाने में सीता सोरेन के खिलाफ मामला दर्ज कराया है.
कांग्रेस ने सीता सोरेन पर तोड़-मरोड़ कर बयान पेश करने का लगाया आरोप
कांग्रेस की ओर से दिये गये आवेदन में सीता सोरेन पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने मंत्री सह जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी के बयान को तोड़-मरोड़ कर सोशल मीडिया पर प्रसारित किया है. उक्त वीडियो को जानबूझकर काट-छांट कर इस तरह प्रस्तुत किया गया है, जिससे डॉ इरफान अंसारी की छवि को धूमिल किया जा सके. वास्तविक वीडियो में इरफान अंसारी द्वारा सीता के नाम का कोई उल्लेख नहीं किया गया था और ना ही कोई गलत भाषा का प्रयोग किया गया था.
राजनीतिक लाभ लेने के लिए बीजेपी ने छेड़छाड़ कर किया पेश
बावजूद भाजपा ने राजनीतिक लाभ के लिए इस वीडियो को छेड़छाड़ करके पेश किया है. इससे जनता के बीच गलत धारणा उत्पन्न हो रही है. यह न केवल मंत्री इरफान की प्रतिष्ठा को आघात पहुंचाने का प्रयास है, बल्कि जनता को भ्रमित करने का भी एक षड्यंत्र है. यह कृत चुनाव आचार संहिता के खिलाफ होने के साथ-साथ मानहानि का भी मामला है. इस मामले को संज्ञान में लेकर वीडियो की सत्यता की जांच कराते हुए भाजपा प्रत्याशी सीता सोरेन एवं अन्य संबंधित व्यक्तियों पर कार्रवाई की मांग श्री दुबे ने की है. उधर, आवेदन मिलते ही जामताड़ा पुलिस ने नगर थाना कांड संख्या 209/2024 यू/ एस 353 (2) बीएन एस के तहत मामला दर्ज कर लिया है.
इरफान कोई बच्चा नहीं हैं, उन पर मुकदमा करूंगी : सीता सोरेन
इरफान अंसारी द्वारा दिये गए बयान के बाद सीता सोरेन ने भी मोर्चा खोल दिया. उन्होंने कहा कि जब से मुझे भाजपा ने जामताड़ा से प्रत्याशी बनाया है, तब से डॉ इरफान अंसारी और उनके पिता फुरकान अंसारी बौखला गये हैं. अपनी हार देख वह मेरे खिलाफ अनाप-सनाप बयानबाजी कर रहे हैं. सीता सोरेन ने कहा कि इरफान अंसारी कोई बच्चा नहीं हैं, जिन्हें बोलने का ज्ञान नहीं है. मैं किस परिवार से हूं, क्या वे नहीं जानते. मैं उन पर मुकदमा करूंगी. उन्होंने केवल मेरा ही नहीं, बल्कि पूरे राज्य की आदिवासी महिलाओं का अपमान किया है. उनके पिता फुरकान अंसारी कहते हैं कि वोट आते ही भाजपा जात-पात की राजनीति करने लगती है, लेकिन सच्चाई तो यह है कि वर्षों से दोनों पिता पुत्र जामताड़ा में गंदी राजनीति कर रहे हैं. इनको इस बार यहां से करारी हार मिलेगी. मेरे ऊपर की गयी अमर्यादित टिप्पणी को लेकर आदिवासी समाज में उबाल है. लोग यह भी कह रहे हैं कि इरफान अंसारी को आदिवासी गांवों में घुसने नहीं दिया जायेगा.