कांग्रेस विधायक डॉ इरफान अंसारी के बॉडीगार्ड की दबंगई, मामूली बात पर बालू लदे वाहन चालक की कर दी पिटाई, जानें पूरा मामला
बताया जाता है कि जामताड़ा विधायक रांची से जामताड़ा अपने घर जा रहे थे. पूर्वी टुंडी के पास बैजरा घाट से बालू लेकर ट्रक व हाइवा गंतव्य की ओर जा रहे थे. वाहनों की संख्या अधिक होने के चलते वहां जाम लग गया, जिसमें विधायक इरफान की गाड़ी फंस गयी. तब विधायक वाहन से उतरे और ट्रक रोक चालकों से चालान मांगने लगे. इस दौरान विधायक डॉ इरफान अंसारी ने उपायुक्त व डीएमओ को फोन लगाया, लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया. अंत में उन्होंने एसएसपी से मामले की शिकायत की.
Jharkhand News, Jamtara News जामताड़ा : जामताड़ा से कांग्रेस विधायक डॉ इरफान अंसारी की सुरक्षा में तैनात उनके बॉडीगार्ड ने गुरुवार की देर रात पूर्वी टुंडी में बालू लदे वाहन के चालकों की पिटाई कर दी. डॉ अंसारी जाम में फंसने के बाद आगबबूला हो उठे थे. उन्होंने अपनी गाड़ी रोकवा कर बालू लदे वाहनों के चालकों व व्यापारियों से चालान दिखाने को कहा. बालू व्यापारियों के अनुसार, उनलोगों के चालान नहीं दिखाने पर विधायक के बॉडीगार्ड ने कुछ चालकों से मारपीट की.
बताया जाता है कि जामताड़ा विधायक रांची से जामताड़ा अपने घर जा रहे थे. पूर्वी टुंडी के पास बैजरा घाट से बालू लेकर ट्रक व हाइवा गंतव्य की ओर जा रहे थे. वाहनों की संख्या अधिक होने के चलते वहां जाम लग गया, जिसमें विधायक इरफान की गाड़ी फंस गयी. तब विधायक वाहन से उतरे और ट्रक रोक चालकों से चालान मांगने लगे. इस दौरान विधायक डॉ इरफान अंसारी ने उपायुक्त व डीएमओ को फोन लगाया, लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया. अंत में उन्होंने एसएसपी से मामले की शिकायत की.
मारपीट की बात से विधायक ने किया इंकार
चालकों से मारपीट के सवाल पर इरफान अंसारी ने प्रभात खबर से कहा कि उनके बॉडीगार्ड ने किसी से मारपीट नहीं की है. विधायक के अनुसार पूर्वी टुंडी में बालू की तस्करी हो रही है. पहले भी कई बार इसकी सूचना धनबाद के अधिकारियों को दे चुके हैं, मगर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. बताया जाता है कि जिला मुख्यालय से सूचना मिलने पर पूर्वी टुंडी के थानेदार मौके पर पहुंचे थे, लेकिन वहां कोई नहीं मिला. विधायक डॉ इरफान अंसारी जा चुके थे.
बजरंग दल के लोग वसूल रहे थे चंदा :
डॉ इरफान ने आरोपों पर कहा कि सभी गाड़ी वालों से वहां के बजरंग दल के लोग 200 रुपये चंदा वसूल रहे थे. उनके पास ज्यादा बॉडीगार्ड नहीं थे. इस कारण विरोध करने में डर लग रहा था. पुलिस के नहीं आने पर वह वहां से चले गये.
Posted By : Sameer Oraon