– किराए पर चल रहा है केंद्र, संवेदक और सेविका बीच ठनी फोटो – 04 पोखरिया में निर्मित मिनी आंगनबाड़ी केंद्र प्रतिनिधि, नारायणपुर नारायणपुर प्रखंड में इन दिनों अजीबो गरीब मामला सामने आ रहा है. आंगनबाड़ी से जुड़ा मामला अभी नारायणपुर में जोर-शोर से चल रहा है. ताजा मामला नारायणपुर प्रखंड के पोखरिया गांव का है, जहां एक आंगनबाड़ी से महज 20 मीटर की दूरी पर मिनी आंगनबाड़ी केंद्र भवन निर्माण करवा दिया गया है, लेकिन अब यहां मामला पेचीदा हो गया है. क्योंकि मिनी आंगनबाड़ी केंद्र की सेविका हसीना खातून ने केंद्र को हैंडओवर लेने से मना कर दिया, जबकि भवन बने एक वर्ष हो गये. आज भी पोखरिया आंगनबाड़ी केंद्र टू का संचालन किराए के मकान पर हो रहा है. लगभग 5 लाख से अधिक की राशि से बना आंगनबाड़ी केंद्र धूल छांक रहा है. विभागीय अधिकारियों के अनुसार सेविका का साफ तौर पर कहना है कि जिस जगह केंद्र का निर्माण हुआ वहां पहले से ही एक केंद्र का संचालन हो रहा है. मेरे पोषक क्षेत्र से केंद्र की दूरी बहुत है. वहीं दूसरी तरफ संवेदक से जुड़े व्यक्ति का मानना है कि आंगनबाड़ी केंद्र निर्माण के लिए उक्त गांव में जमीन उपलब्ध नहीं हो पा रहा था. कोई जमीन देने को तैयार नहीं हुआ, अंतत सरकारी जमीन पर केंद्र का निर्माण करवाया गया. हैंडओवर नहीं लेने के कारण आज भी फाइनल बिल का भुगतान नहीं हुआ है, जो जगह मिलेगा, वहीं केंद्र का निर्माण होगा. ग्रामीणों को इसमें कोई आपत्ति नहीं है, सेविका जानबूझकर टाल मटोल कर रही है. सूत्रों से के अनुसार भवन निर्माण के समय ही आपत्ति-पत्र जिला के वरीय पदाधिकारी को दिया गया था, लेकिन इस विषय में कोई ठोस पहल नहीं हो सका. अंततः केंद्र का निर्माण हो गया. अब निर्माण के बाद भी केंद्र का ना तो संचालन हो रहा है न इसका उपयोग हो पा रहा है. – क्या कहती है महिला पर्यवेक्षिका पोखरिया मिनी आंगनबाड़ी केंद्र का संचालन सेविका के घर पर हो रहा है. केंद्र का निर्माण हुआ है, लेकिन सेविका का कहना है कि पोषक क्षेत्र से दूर है. इसलिए बच्चों की पहुंच वहां तक नहीं हो सकती. वरीय पदाधिकारी को अवगत करा दिया गया है. – नियोती दास, महिला पर्यवेक्षिका, नारायणपुर
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