हेमंत सोरेन भूल गए अपना वादा, 10 हजार मानदेय पा रहे मनरेगा कर्मियों ने कहा-संभव नहीं है इतने में घर चलाना

जामताड़ा में मनरेगा कर्मियों ने सीएम हेमंत सोरेन से अपना किया वादा न निभाने को लेकर धरना प्रदर्शन किया. कर्मियों ने कहा कि चुनाव से पहले उन्हें स्थाई करने का वादा किया गया था लेकिन अब तक कोई कदम नहीं उठाया गया है.

By Kunal Kishore | July 10, 2024 6:29 PM

जामताड़ा जिला मनरेगा कर्मचारी संघ की ओर से बुधवार को समाहरणालय के समीप हल्ला बाेल कार्यक्रम के तहत धरना प्रदर्शन किया. इस अवसर पर जिले भर के एई, जेई, रोजगार सेवक सहित अन्य मनरेगा कर्मियों ने भाग लिया. मौके पर मनरेगा कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष नरेश सिंह ने बताया कि संविदा कर्मी होने के कारण मंत्री से लेकर पदाधिकारी तक और उनके सहयोगी कर्मचारी तक हीन भाव से गैर समझा जाता है. जिसको लेकर हम सभी मनरेगा कर्मी 16 वर्षों से विरोध करते आ रहे हैं और सरकार से नियमित करने की मांग करते आए हैं.

मनेरगा कर्मियों से बंधुआ मजदूर की तरह करवाते हैं काम

उन्होंने कहा कि मनरेगा कर्मियों 24 घंटे बंधुआ मजदूर के तरह काम करते आए हैं. सरकार सभी विभागों का काम करवाता है. 50 से 60 वेतन पाने वाले सरकारी कर्मियों को सुरक्षित रखकर हम अल्प मानदेय पाने वाले कर्मियों से दिन रात हर विभाग का काम लेते हैं. चाहे वह थाना का ही काम क्यों ना हो, ऐसे में हमारा हक बनता है कि हमें भी अन्य सरकारी कर्मियों की तरह सारी सुविधा मिलनी चाहिए.

इतनी महंगाई में 10 हजार रूपये में घर चलाना असंभव

उन्होंने कहा महंगाई काफी बढ़ चुकी है. 10000 रूपये मानदेय पर घर परिवार चलना नामुमकिन हो गया है. ऐसी स्थिति में मनरेगा कर्मी कैसे अपना भरण पोषण के साथ परिवार का भरण भी पोषण कर सकता है. सरकारी अफसर शोषण करते हैं.

चुनाव में नहीं मिला समान मानदेय

मनरेगा कर्मियों से चुनाव का काम लिया गया. परंतु सरकारी कर्मियों को चुनाव में काम लेने पर उनको अलग से मानदेय दी जाती है. मनरेगा कर्मियों को कोई मानदेय नहीं, कोई मजदूरी नहीं दी गई है. इसलिए हम लोगों ने एक ही मांग सरकार के समक्ष रखा कि हमें सिर्फ नियमित करें, ताकि यह हमें उन लोगों की धमकी ना मिले कि आप संविदा कर्मी हैं.

हेमंत सोरेन भूल गए अपना वादा

झामुमो के हेमंत सोरेन ने पिछले चुनाव में हम लोगों से जो वादा किया था कि हमारी सरकार बनेगी तो मनरेगा कर्मियों को सम्मान पूर्वक स्थाई करूंगा. परंतु 5 साल होने को चला अपने वादे को वह भूल गए हैं. उन्हें उसे वादे को याद दिलाने के लिए आज से धरना प्रदर्शन शुरू हो चुका है. जब तक हुए अपने वादे को पूरा नहीं करेंगे, तब तक उनके खिलाफ नारे बाजी और असंतोष की भावनाएं व्यक्त करते रहेंगे. वहीं धरना प्रदर्शन के बाद मुख्यमंत्री के नाम डीसी को एक ज्ञापन सौंपा. मौके पर जामताड़ा प्रखंड के अध्यक्ष तापस कुमार मंडल, करमाटांड़ के प्रखंड अध्यक्ष कासिम नोमानी, नारायणपुर के प्रखंड अध्यक्ष मेघवाल रजक आदि कर्मी थे.

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