मदरसा में आधारभूत संरचना उपलब्ध कराने की मांग करेगा मोमिन कॉन्फ्रेंस : डॉ नबी अख्तर
झारखंड प्रदेश मोमिन कांफ्रेंस के प्रदेश महासचिव डॉ नबी अख्तर ने कहा कि मदरसा में आधारभूत संरचनाओं की मांग की जायेगी.
नाला. नाला प्रखंड के कांस्ता गांव में झारखंड प्रदेश मोमिन कांफ्रेंस की बैठक हुई. झारखंड प्रदेश मोमिन कांफ्रेंस के प्रदेश महासचिव डॉ नबी अख्तर ने कहा कि शिक्षा के मंदिर की किला ढह जाना बहुत ही निंदनीय है. कहा कि जल्द ही मदरसा में आधारभूत संरचनाओं की मांग के लिए मोमिन कॉन्फ्रेंस आवाज बुलंद करेगा. मदरसा प्रबंधन समिति के मो साबिर ने कहा कि 1978 में एकीकृत बिहार सरकार ने मदरसा की प्रस्वीकृति प्रदान की थी. सामाजिक सहयोग से पढ़ाई अनवरत जारी है. इस संबंध में झारखंड के राज्यपाल संतोष गंगवार, झारखंड राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष हिदायतुल्लाह खान और सांसद नलिन सोरेन को भी लिखित रूप से अवगत कराया गया है. मोमिन कॉन्फ्रेंस के पंचायत अध्यक्ष वसी अहमद ने कहा कि लगभग 46 साल गुजर जाने के बाद भी मदरसा में आधारभूत संरचनाओं का अभाव है. सरकारी मदरसा की अनदेखी घोर लापरवाही है. मदरसा भवन, पुस्तकालय, शौचालय, किचन शेड, शौचालय और पेयजल की समस्या बनी हुई है. झारखंड अधिविद्य परिषद रांची की ओर से वस्तानियां स्तर अष्टम समकक्ष मदरसा में पठन-पाठन का पाठ्यक्रम चलाया जाता है. बैठक की अध्यक्षता कर रहे शेख समीनुल ने कहा कि जनप्रतिनिधियों की अनदेखी के कारण मदरसा का भवन नहीं बन सका है. कांस्ता, सुल्तानपुर और चिचुड़बिल के छात्र-छात्राओं को उर्दू, अरबी, हिंदी, गणित, फारसी, अंग्रेजी, विज्ञान, इतिहास, भूगोल, कंप्यूटर आदि की पढ़ाई में बहुत मुश्किल से रही है. मौके पर शेख मुश्ताक, शेख इंसान, अजमत अली, मुताहिर शेख, शेख अनाउल, शेख मोईन, मुजाहिदुल इस्लाम, रजाउल करीम, डॉ युसूफ अली आदि मौजूद थे.
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