एनएसएस ने बाल विवाह रोकने को लेकर ग्रामीणों को किया जागरूक
बाल विवाह उन्मूलन अभियान के तहत एनएसएस के वोलेंटियरों ने ग्रामीणों को जागरूक किया.
मिहिजाम. बेटियों का विवाह 18 वर्ष से पहले न करें, यह सामाजिक बुराई के साथ कानूनी अपराध भी है. बाल विवाह उन्मूलन अभियान के तहत एनएसएस के वोलेंटियरों ने ग्रामीणों को जागरूक किया. जनजातीय संध्या डिग्री महाविद्यालय मिहिजाम एनएसएस यूनिट 01 के छात्र-छात्राओं ने इसके लिए नुक्कड़ नाटक व रैली का आयोजन किया. छात्रों ने ग्रामीणों को बताया कि कम उम्र में बालिका का विवाह होने से परेशानी होती है. विवाह का उम्र कानूनी तौर पर कम से कम 18 वर्ष है. इससे पहले अपने बच्चों को पढ़ाई व अपना कैरियर बनाने का अवसर प्रदान करें. कम उम्र में घर गृहस्थी के बोझ से बालिका का मानसिक व शारीरिक विकास अवरूद्ध हो जाता है. वहीं शिविर में यूनिट-2 के वोलेंटियरों ने बागजोरी में पर्यावरण संरक्षण का संदेश ग्रामीणों को दिया. ग्रामीणों को वन की रक्षा के लाभ से अवगत कराते हुए अपने गांव व आसपास के इलाके में अधिक से अधिक पौधे लगाने की अपील की. मौके पर कार्यक्रम पदाधिकारी रंजीत यादव, देवकी पंजियारा, सना इकबाल, मिट्ठु बेसरा, संतोषी कुमारी, पूनम हेम्ब्रम, अर्चना कुमारी, निशा अग्रवाल, राहूल कुमार, मुस्कान कुमारी, खुशबू कुमारी, कुसुमलता हेम्ब्रम, सीमा सिंह, पूनम कुमारी, राहुल साव आदि थे.