छात्रावास में मूलभूत सुविधाओं को दुरुस्त करें अधिकारी : आशा
समाहरणालय सभागार में राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग की सदस्य डॉ आशा लकड़ा की अध्यक्षता में बैठक हुई.
राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग की सदस्य ने जामताड़ा में की बैठक, कहा फोटो – 07 अधिकारियों के साथ बैठक करतीं आयोग की सदस्य आशा लकड़ा व अन्य संवाददाता, जामताड़ा समाहरणालय सभागार में राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग की सदस्य डॉ आशा लकड़ा की अध्यक्षता में बैठक हुई. इसमें डीसी कुमुद सहाय, एसपी अनिमेष नैथानी आदि ने भाग लिया. आयोग की सदस्य ने अनुसूचित जनजाति के विकास के लिए किए जा रहे कार्यों की जानकारी पदाधिकारियों से ली. कहा कि राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग की स्थापना अनुसूचित जनजातियों के शोषण के विरुद्ध सुरक्षा के उपाय प्रदान करने के साथ-साथ उनके सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक और सांस्कृतिक हितों की रक्षा करने के लिए की गयी है. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को जिले के विभिन्न अस्पतालों में स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार करने का निर्देश दिया. वहीं अनुसूचित जनजातियों के कल्याण व विकास के लिए कार्यान्वित योजनाओं में सुधार करने का निर्देश दिया. शिक्षा विभाग से संचालित सभी विद्यालय में पढ़ने वाले अनुसूचित जनजाति समुदाय के विद्यार्थियों की संख्या, शिक्षकों की संख्या, नियुक्ति और उपलब्ध शिक्षकों से संबंधित प्रतिवेदन की मांग की. उन्होंने एसी से जिले में हुई आपराधिक घटना, पंजीकृत अपराध का विवरण, एससी/एसटी अंतर्गत जिला स्तरीय सतर्कता एवं अनुश्रवण समिति के विवरण की जानकारी ली. ह्यूमन ट्रैफिकिंग केस पर कड़ी नजर रखने की बात कही. कहा कि यहां की महिलाएं-युवतियां कार्य करने के लिए बाहर जाती हैं. उनका अनिवार्य रूप से थाने में रिकॉर्ड रखी जाये. वहीं सदस्य ने कल्याण विभाग से चाकड़ी स्थित कल्याण छात्रावास एवं महिला कॉलेज परिसर स्थित बालिका छात्रावास का निरीक्षण कर मूलभूत सुविधाओं का जायजा लिया. उन्होंने छात्रावास में सभी मूलभूत सुविधाओं को दुरुस्त करने का निर्देश दिया. बालिका छात्रावास में सीट से ज्यादा छात्राएं रह रहीं है. सभी छात्राओं को बेड से लेकर अन्य सुविधाएं मुहैया कराने का निर्देश दिया. मौके पर डीएफओ राहुल कुमार, आइटीडीए निदेशक जुगनू मिंज, डीडीसी निरंजन कुमार, एसी पूनम कच्छप, एसडीओ अनंत कुमार आदि मौजूद थे. बांग्लादेशी घुसपैठिये आदिवासी लड़कियों से कर रहे हैं शादी जामताड़ा. बांग्लादेशी घुसपैठिये की नजर यहां की रोटी, बेटी और माटी पर है और उसे छीन भी रहे हैं. इससे हमारी बेटियां मजबूर हो गयीं हैं. शादियां भी जबरदस्ती की जा रही है और उन्हीं के नाम से जमीन भी खरीदी जा रही है. बेटी के साथ रोटी को जोड़ कर अपना जीवन को आगे बढ़ा रहे हैं जो स्थिति संताल परगना में देखा उसे देखकर मुझे दर्द भी है. उक्त बातें राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग की सदस्य डॉ आशा लकड़ा ने जामताड़ा जिला के भ्रमण के क्रम में पत्रकारों से कही. उन्होंने कहा कि साहिबगंज के पहाड़िया, आदिवासी से मिले तो वे लोग अपना नाम बताने में हिचकिचा रहे हैं. साहिबगंज में आदिवासी के जाहिर थान की जमीन पर कब्रिस्तान बनाने का तैयारी था उस योजना को रद्द करने का निर्देश दिया है. गोचर भूमि पर भी मस्जिद बनाया गया है उसे आयोग ने संज्ञान लिया है. कहा कि संताल परगना में बांग्लादेशी घुसपैठिये आदिवासी लड़की से शादी कर मुखिया का चुनाव लड़ा रहें हैं और जमीन की भी हेराफेरी कर रहे हैं. इन सभी मुद्दे पर भी आयोग ने संज्ञान में लिया है.
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