पीडीजे ने विधिक सहायता के लिए चलंत जागरुकता रथ किया रवाना
व्यवहार न्यायालय परिसर से गुरुवार को प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश राधा कृष्ण ने हरी झंडी दिखा कर चलंत लोक अदालत विधिक जागरुकता रथ रवाना किया.
जामताड़ा कोर्ट. जिला विधिक सेवा प्राधिकार की ओर से व्यवहार न्यायालय परिसर से गुरुवार को प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश राधा कृष्ण ने हरी झंडी दिखा कर चलंत लोक अदालत विधिक जागरुकता रथ रवाना किया. पीडीजे ने बताया कि रथ जिले के सभी छह प्रखंडों में निर्धारित तिथि को घूम-घूमकर आम लोगों के बीच कानून संबंधी जागरुकता फैलायेगा. छोटे-छोटे मामलों का ऑन द स्पॉट निष्पादन के लिए व्यवस्था की गयी है, ताकि लोग छोटे-छोटे झगड़ों के लिए न्यायालय की ओर नहीं आयें. इससे न्यायालय में बोझ भी बढ़ता है. अपने मामलों का निष्पादन चलंत लोक अदालत के माध्यम से करावें. डालसा के सचिव अभिनव कुमार ने बताया कि नालसा एवं झालसा का मकसद है कि छोटे-छोटे मामलों का निष्पादन सुलह के आधार पर उनके गांव में ही निष्पादित हो. लोगों को सरल और सुगम न्याय दिलाने के लिए न्याय रथ के माध्यम से आपके दरवाजे तक पहुंचेगा. इस जागरुकता रथ का उद्देश्य लोगों के बीच कानून के प्रति जागरूक करना है. इस जागरुकता रथ में सचिव अभिनव कुमार, एलएडीसी के सभी सदस्य, पैनल अधिवक्ता मुकेश कुमार सिंह एवं साथ में पीएलवी भी निर्धारित तिथि को उपस्थित रहेंगे. मौके पर कुटुंब न्यायालय के प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश राजेश कुमार, प्रथम जिला जज संतोष कुमार, द्वितीय जिला जज श्रीश दत्त त्रिपाठी, तृतीय जिला जज अजय कुमार श्रीवास्तव, मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी विश्वनाथ उरांव, एसीजीएम मोहम्मद नईम अंसारी, न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी अमित आलडा, न्यायिक दंडाधिकारी शालिका अन्ना हैंरेज, नागेंद्र शर्मा, सुभाष दत्त, राजेश दत्त, निताई मंडल, श्याम सुंदर टुडू आदि मौजूद थे.
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