मिहिजाम. विधानसभा चुनाव के लिए मतदान समाप्त होने के साथ ही हार-जीत को लेकर संभावनाओं का दौर शुरू हो गया है. किसके माथे जीत का सेहरा बंधेगा और किसे पराजय का मलाल होगा. इस पर अभी केवल अटकलें ही लगाई जा सकती है. मतों की गिनती 23 नवंबर को होगी. इससे पूर्व प्रमुख दलों की ओर से हार जीत का आंकलन कर जीत के दावे किये जा रहे हैं. कार्यकर्ता बूथवार हुए मतों की संख्या को अपना जीत का आधार मान कर चल रहे हैं. चौक चौराहों पर चर्चाओं का बाजार गर्म है. राजनीतिक पंडित बनकर हार जीत का आकड़ा पेश किया जा रहा है. जामताडा विधानसभा क्षेत्र में दोबारा कांग्रेस का परचम लहरायेगा या भाजपा का कमल खिलेगा यह अभी कुछ समय के लिए भविष्य के गर्त में है. वर्ग विशेष का वोट किस किस के खाते में गया होगा, इस पर भी चर्चाएं हो रही है. इससे यह स्पष्ट हो रहा है कि जामताडा विधानसभा सीट पर सीधा मुकाबला कांग्रेस व भाजपा के बीच है. इसमें अन्य दलों व प्रत्याशियों की स्थिति जीत के गणित को बदलने व बिगाड़ने मेंसाबित होगी. भाजपा के खेमे में उत्साह का माहौल नजर आ रहा है. वहीं कांग्रेस समर्थक भी जमकर ताल ठोक रहे हैं कि जीत का सेहरा उन्हें ही मिलेगा.
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