नारायणपुर. प्रखंड के 16 पंचायतों में रविवार को पंचायत स्तरीय जनसुनवाई का आयोजन हुआ. नारायणपुर प्रखंड में मनरेगा की ओर से संचालित विभिन्न योजनाओं का 22 से 28 जुलाई तक सामाजिक अंकेक्षण हुआ था. इसी के आलोक में रविवार को पंचायत स्तर पर जनसुनवाई हुई. जनसुनवाई के दौरान प्रखंड मुख्यालय के पंचायत में ही कई गड़बड़ियां सामने आयी. इनमें चरकपानी गांव में वित्तीय वर्ष 2021-22 में प्रेमचंद हांसदा की जमीन पर तालाब निर्माण की स्वीकृति हुई थी. इस योजना के लिए लाभुक द्वारा 1 लाख 90 हजार रुपए की अधिक निकासी कर ली गयी है. योजना के लिए महज 2.30 लाख रुपये की मापी पुस्तिका बनकर तैयार है. जबकि निकासी चार लाख 4.20 लाख रुपये की हो गयी है. ज्यूरी टीम ने जनसुनवाई के दौरान कहा कि यह भारी गड़बड़ी है. इस मामले को प्रखंड स्तर की जनसुनवाई में भेजना जरूरी है. इसके अलावा इसी पंचायत में 19 योजनाओं की मापी पुस्तिका नहीं थी. कुछ मापी पुस्तिका सत्यापित भी नहीं थी. इसके लिए पंचायत सचिव को दोषी ठहराया गया. इसी पंचायत में नौशाद शेख के डोभा निर्माण कार्य में अधिक राशि की निकासी हुई है. इसके अलावा बंदरचुंवा, दिघारी, बुटबेरिया, चम्पापुर, देवलबाड़ी, डाभाकेंद्र, चंदाडीह-लखनपुर, कुरता, झिलुवा, बांकुडीह, मदनाडीह, कोरीडीह-1 समेत कुल 16 पंचायतों में जनसुनवाई हुई. इस दौरान कई योजनाओं में आर्थिक जुर्माना लगाया गया. कृषि योजनाओं के दस्तावेज अधूरे थे. कई योजनाएं अधूरी थी. इनमें मिट्टी-मोरम सड़क, सिंचाई कूप, कई योजनाओं में राशि निकासी के बाद भी योजना पूर्ण थी. पंचायत भवन में दीवार लेखन नहीं थी. जैसी छोटी-मोटी कई समस्याएं सामने आयी. इनमें अधिकांश का निष्पादन पंचायत स्तर की जनसुनवाई में कर लिया गया. कुछ मामलों को प्रखंडस्तरीय जनसुनवाई के लिए भी अग्रसारित किया गया. मौके पर बीएचओ डॉ सुनील प्रसाद सिंह, बीएओ राजेंद्र प्रसाद सिंह, बीपीएम राहुल कुमार, प्रखंड समन्वयक तापस लायक, नरेश सोरेन, सोशल ऑडिट टीम के रामानुज कुमार सिंह, शिवशंकर भैया समेत अन्य मौजूद थे.
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