पंचायतों को बाल विवाह मुक्त बनाने का लिया गया संकल्प
यूनिसेफ व बनवासी विकास आश्रम संस्थान की ओर से बुधवार को लाधना एवं चंद्रदीपा पंचायत में विशेष ग्राम सभा का आयोजन किया गया.
जामताड़ा. यूनिसेफ व बनवासी विकास आश्रम संस्थान की ओर से बुधवार को लाधना एवं चंद्रदीपा पंचायत में विशेष ग्राम सभा का आयोजन किया गया. बनवासी विकास आश्रम के कार्यकर्ता राजकिशोर यादव ने बाल विवाह मुक्त जामताड़ा बनाने पर चर्चा की. बाल विवाह से होने वाले नुकसान, सजा, जुर्माना के साथ-साथ बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम-2006 के बारे में जानकारी दी. लाधना पंचायत के पंचायत सचिव अजय कुमार ने बाल विवाह के खिलाफ जागरुकता का संदेश दिया. अपने-अपने पंचायतों को बाल विवाह मुक्त पंचायत बनाने की शपथ ली और प्रस्ताव भी पारित किया. बता दें कि बाल विवाह मामले में झारखंड देश में तीसरे नंबर पर है. नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे-5 के मुताबिक झारखंड में 32.2 प्रतिशत यानी प्रत्येक 10 में से कम से कम तीन लड़कियों की शादी 18 साल से कम उम्र में कर दी जाती है. बाल विवाह मुक्त भारत अभियान (सीएमएफआइ) 300 से अधिक जिलों में फैले 160 से अधिक गैर सरकारी संगठनों संचालित एक राष्ट्रव्यापी अभियान है. मौके पर मुखिया पार्वती सोरेन, देवीसेन हांसदा, एक्सआइएसएस यूनिसेफ के जिला समन्वयक प्रशांत कुमार आदि मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है