जामताड़ा. संयुक्त किसान मोर्चा एवं ट्रेड यूनियन मंच की ओर से रविवार को संविधान की रक्षा को लेकर झंडा मार्च निकाला गया. इससे पूर्व सीपीआइएम कार्यालय में संविधान रक्षा की शपथ का ली गयी. इसके बाद अखिल भारतीय किसान सभा एवं सीटू के संयुक्त तत्वावधान में झंडा मार्च निकाला गया जो आंबेडकर चौक पहुंचा. किसान सभा के राज्य महासचिव सह एसकेएम के सुरजीत सिन्हा ने कहा कि किसान कल्याण मंत्रालय की ओर से कृषि बाजार के लिए राष्ट्रीय नीति की रूपरेखा का मसौदा आरएसएस के इशारे पर चलने वाली केंद्र सरकार लाने जा रही है. इसमें किसानों के हितों की बली देने के साथ-साथ कारपोरेट के मुनाफे को बढ़ाने की बात की जा रही है. सरकार को तीन कृषि काला कानून किसानों मजदूरों के बहादुर पूर्ण संघर्ष के चलते वापस लेने के लिए मजबूर होना पड़ा. प्रस्तावित मसौदा में पिछली दरवाजे से उसे पुन: लाने की सोच है. सीटू के चंडीदास पुरी ने केंद्र सरकार की चार लेबर कोड लागू करने के फैसले को मजदूर विरोधी कहा. इसकी घोर निंदा कर इस लेबर कोड को वापस लेने की मांग की. कहा इससे मजदूरों का शोषण बढ़ेगा और कॉर्पोरेट तथा पूंजीपतियों को खुलेआम शोषण करने की छूट मिल जायेगी. चारों लेबर कोड लागू होने से मेहनतकश मजदूरों के अधिकार पर शिकंजा कश जायेगी. काम के घंटे बढ़ाए जायेंगे, मजदूरों की बारगेनिंग कैपेसिटी काम हो जाएगी. उन्हें कम वेतन में काम करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा. कहा बेरोजगारों की फौज और बढ़ती जायेगी और सस्ते दामों पर मजदूरों को काम करने के लिए विवश किया जायेगा. मौके पर जिला काउंसिल की सुजीत कुमार माजी, अशोक भंडारी, निमाई राय, सचिन राणा, अनूप सरखेल, दुबराज भंडारी, इब्राहिम अंसारी, गोर सोरेन, बुद्धू मरांडी, राजगीर सोरेन, दीप्ति मंडल, लखनलाल मंडल, मोहन मंडल आदि मौजूद थे.
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