मां चंचला की षोडशोपचार विधि से हुआ पूजन व हवन
मां चंचला त्रिदिवसीय द्वादश वार्षिक महोत्सव के दूसरे दिन शुक्रवार को भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी.
जामताड़ा. मां चंचला त्रिदिवसीय द्वादश वार्षिक महोत्सव के दूसरे दिन शुक्रवार को भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी. उत्साह के साथ पूजा-अर्चना की गयी. दूसरे दिन षोडशोपचार पूजा, चंडीपाठ, हवन, संध्या आरती हुई. इसके बाद प्रसाद का वितरण जैसे कार्यक्रम हुआ. मुख्य यजमान वीरेंद्र मंडल ने धार्मिक अनुष्ठान में भाग लिया और आयोजन को भव्यता प्रदान की. श्रद्धालुओं की भारी भीड़ ने मंदिर परिसर को महोत्सव के रंग में डूबो दिया. महोत्सव समिति के अध्यक्ष वीरेंद्र मंडल ने बताया कि मां चंचला का यह वार्षिक महोत्सव श्रद्धा और एकता का प्रतीक है. उन्होंने श्रद्धालुओं और आयोजन में सहयोग करने वाले सभी व्यक्तियों का आभार प्रगट किया. यह महोत्सव न केवल धार्मिक बल्कि सामाजिक दृष्टि से भी पूरे झारखंड में चर्चा का विषय बना हुआ है, जिससे समाज में आपसी सद्भाव और धार्मिक आस्था को बढ़ावा मिल रहा है. 12वीं महोत्सव के उपलक्ष में आयोजित मां चंचला कलश शोभायात्रा में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़ पूरे राज्य में चर्चा का विषय बना हुआ हैं. इस महोत्सव से जामताड़ा की धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान बनी है. शनिवार को पूर्णाहुति, कलश विसर्जन और रात्रि में भक्ति जागरण के साथ ही तीन दिवसीय महोत्सव का समापन हो जायेगा. मौके पर बड़ी संख्या में भक्तजन उपस्थित थे.
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