हरिराखा गांव के दुर्गा मंदिर में वेदी पर होती है माता की शृंगार पूजा
डुमरिया पंचायत अंतर्गत हरिराखा गांव में दशहरा पर्व को लेकर भक्ति व उत्साह का माहौल है. यहां मंदिर आसपास इलाके के श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र है. य
बिंदापाथर. डुमरिया पंचायत अंतर्गत हरिराखा गांव में दशहरा पर्व को लेकर भक्ति व उत्साह का माहौल है. यहां मंदिर आसपास इलाके के श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र है. यहां विराजमान मां दुर्गा की पूजा अर्चना भक्ति भाव से की जाती है. मंदिर में प्रतिमा की स्थापना नहीं किया जाता है. केवल मां दुर्गा के वेदी पर शृंगार पूजा व कलश स्थापना कर पूजा भक्तिभाव से की जाती है. मंदिर की स्थापना लगभग 500 सौ वर्ष पूर्व हुआ था. मंदिर की स्थापना के बारे में वासुदेव पांडेय, शंकर पांडेय, अश्विनी पांडेय, तपन पांडेय, मनोज पांडेय, मंटू पांडेय, गदाधर पांडेय, निरंजन पांडेय आदि का कहना है कि डोमन पांडेय एवं सहयोगी ने माता रानी की स्थापना की थी. यहां के मंदिरों में मूर्ति की स्थापना नहीं बल्कि शृंगार व कलश स्थापना कर ही पूजा भक्तिभाव से की जाती थी. यह परंपरा आज भी विधि विधान के साथ निभाया जाता है. मान्यता है कि जो भी श्रद्धालु इस मंदिर में भक्तिभाव से पूजा करते हैं एवं मन्नत करते हैं उन्हें माता का आशीर्वाद अवश्य प्राप्त होता है. कहा कि शनिवार को महासप्तमी के अवसर पर मां दुर्गा के वेदी की शृंगार पूजा होगी.
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