कुंडहित. मॉडर्न पब्लिक आवासीय विद्यालय में सोहराय मिलन समारोह का आयोजन किया गया. छात्र-छात्राओं ने आदिवासी नृत्य प्रस्तुत कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया. प्रधानाध्यापक भजहरि मंडल ने कहा कि सोहराय आदिवासियों का सबसे महत्वपूर्ण और बड़ा त्योहार है. सोहराय के दौरान आदिवासी समाज के लोग अपने गाय, बैलों के साथ-साथ प्रकृति की पूजा करते हैं. यह त्योहार पांच दिनों तक मनाया जाता है. ऊम के साथ शुरू होने वाला सोहराय हाकू काटकम के साथ समाप्त होगा. सोहराय को वंदना पूजा के नाम से भी जाना जाता है. सोहराय का त्योहार पशुधन और प्रकृति के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करने के साथ-साथ भाईचारे एवं प्रेम पर आधारित होता है. मौके पर शिक्षक जाकिर अंसारी, सुधीर सेन, समीर किशोर पाल, शिखा चौधरी, निमाई मंडल, गोपीनाथ मंडल, जगबंधु फौजदार, मालती मुर्मू, धनंजय मंडल, सुभाष रजक, रजनीकांत फौजदार, विद्या रत्न फौजदार, विश्वनाथ मंडल आदि थे.
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